सालो से जमे पटवारियों के तहसील से तहसील के तबादले पर अघोषित रोक
एक मंत्री ने लगाई अधिकारियों को फटकार !
सागर। कुछ हल्कों में पटवारी वर्षों से जमे हुए हैं और अब जब तबादला हुआ तो पुराना हल्का छोड़ना नहीं चाहते, 67 दिन पहले जिले में 71 पटवारियों के ट्रांसफर एक तहसील से दूसरी तहसील में किया गया था, लेकिन इनमें से 46 पटवारियों ने अब तक नई जगह में ज्वाइन नहीं किया है, 4 अक्टूबर को प्रभारी मंत्री के अनुमोदन से डिप्टी कलेक्टर ने 71 पटवारियों के ट्रांसफर के आदेश जारी किए थे। इसमें सबसे ज्यादा सागर तहसील के 23 पटवारी शामिल थे। इन्हें मालथौन, देवरी, खुरई और बीना भेजा गया था, लेकिन इनमें से दो पटवारी ही सागर तहसील छोड़कर गए हैं। शेष पहले की तरह अपने हल्कों में ही जमे हैं। अब तक उन्होंने प्रभारी मंत्री व डिप्टी कलेक्टर के आदेश का पालन नहीं किया है।
ख़बर हैं कि इन पटवारियों ने अपना ट्रांसफर रुकवाने मंत्री-विधायक के यहां चक्कर काटकर तबादला रुकवा लिया हैं। खबर यह भी हैं कि जिले में निवासरत एक मंत्री ने पीएस स्तर के अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई हैं और कहा हैं कि मेरे बगैर पूछे पटवारियों को इधर से उधर कैसे किया
वहीं मंत्रियों के अनुशंसा पत्र के साथ लिखित में भू-अभिलेख शाखा में आवेदन देकर पटवारियों ने ट्रांसफर रोकने की मांग की है, लेकिन भू-अभिलेख से अब तक किसी भी पटवारी का ट्रांसफर नहीं रोका गया है। उन्हें जल्द से जल्द नई पदस्थापना वाली तहसील में ज्वाइन करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही ट्रांसफर के वक्त तहसीलदार व एसडीएम को भी एक माह में पटवारियों से कार्य पूर्ण कराकर उन्हें रिलीव करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन तहसीलदार व एसडीएम ने भी दो माह बाद भी कई पटवारियों को रिलीव नहीं किया।
“इनका कहना हैं- आदित्य सोनकिया, प्रभारी अधीक्षक, भू-अभिलेख
कुछ पटवारियों ने ट्रांसफर निरस्त करने आवेदन दिया है लेकिन एक का भी स्थानांतरण निरस्त नहीं हुआ है। काम पूर्ण कराकर एक माह में पटवारियों को रिलीव करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए थे। सागर में पहले से पटवारी अधिक थे, जिन्हें ट्रांसफर सूची में समायोजित किया था”