गजेंद्र ठाकुर✍️सागर। सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में जय श्रीराम के नारे लगाने के बाद विद्यार्थियों को निलंबित करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले के विरोध में हिन्दू एकता संघ की महिलाओं ने मिशनरी स्कूल के गेट पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रबंधन का पुतला दहन कर कार्रवाई की मांग की है। विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा, फायर फाइटर तैनात की गई। इस दौरान महिलाओं ने विरोध करते हुए पुतला दहन किया। हिन्दू एकता की प्रमुख रेशु चौधरी में कहा कि स्कूल में जय श्रीराम के नारे लगाने पर बच्चों को सस्पेंड किया गया, जो गलत है। मिशनरी स्कूल बंद होना चाहिए। मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाना चाहिए। हम मांग करते हैं कि मिशनरी स्कूल बंद किए जाए। इनकी जगह पर शासन केंद्रीय विद्यालय खोले।
यह था पूरा मामला- सागर के कैंट क्षेत्र में स्थित सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में शुक्रवार को लंच के दौरान 10वीं कक्षा के बच्चों ने जय श्रीराम के नारे लगाए थे। जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने मामले में संज्ञान लेते हुए नारे लगाने वाले कुछ बच्चों को सस्पेंड कर दिया था। कुछ बच्चों से स्कूल प्रबंधन ने मामले को लेकर बयान लिखवाए थे। शनिवार को एक खबर सामने आई। जिसके बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मामले में संज्ञान लिया और सागर कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र जारी कर 7 दिनों में मामले की जांच कर संबंधित दस्तावेज पेश करने की बात कही थी। मामले में कलेक्टर ने टीम गठित कर मामले की जांच शुरू कराई है। प्राथमिक जांच में अनुशासनहीतना का मामला सामने आया है। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि स्कूल में नारे नहीं लगे हैं। बच्चों ने गो बैक बोलकर हूटिंग की थी।