दिनांक 29-30 नवम्बर की रात्रि में हुये रविराजा परिहार के हत्याकांड का बण्डा पुलिस द्वारा पर्दापाश
सागर।जब दिनांक 30/11/22 कंट्रोल रूम सागर से प्राप्त सूचना पर चौकी प्रभारी बी.एम.सी ने फोन पर चर्चा पर बताया कि एक व्यक्ति जिसके द्वारा अपना नाम विक्रम सिंह निवासी दलपतपुर थाना बण्डा बताया जाकर घटनास्थल सागर-बण्डा रोड नगर बण्डा में स्थित सोनी पेट्रोल पम्प के सामने स्कार्पियो वाहन का जिसमें उक्त दोनो व्यक्ति सवार थे अन्य किसी वाहन से दुर्घटना होने से एक व्यक्ति मृत अवस्था में जिसका नाम रवि राजा परिहार निवासी छतरपुर एंव एक अन्य व्यक्ति घायल अवस्था में जिसका नाम रवि यादव निवासी सागर को उपचार हेतू अन्य स्कार्पियो वाहन से लाये गये। मृत व्यक्ति के परिजन रोहित दुर्घटना से होना न बताया जाकर लूट करने की नियत से मारपीट करने से होना बताया गया है जो प्राप्त मृतक की मौत सूचना की सत्यता के संबंध में उक्त सूचना में उल्लेखित घटनास्थल सागर-बण्डा रोड पर स्थित सोनी पेट्रोल के आसपास करीबन 200 मीटर के दायरे मे निरीक्षण परीक्षण किया गया जो वहां किसी भी प्रकार की मोटर दुर्घटना एंव अन्य किसी मारपीट लूट आदि जैसी कोई घटना के कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं हुये। मृतक की मृत्यु के संबंध में थाना में मर्ग कायम कर मौका से जांच की गयी जिसमें मृतक रविराजा पिता लोचन सिंह परिहार उस 25 साल निवासी ग्राम द पोस्ट घाटकोटरा तहसील मउरानीपुर थाना मऊरानीपुर जिला झांसी उ0प्र0 हाल निवास बजरंग नगर थाना सिविल लाईन जिला छतरपुर म०प्र० की मारपीट से आई चोट के कारण होना पाया जाकर मृतक का वाहन स्कार्पियो रजि० कंमाक यूपी 92 एफ 2447 मुहारी मौजा में दीला नहर के पास वाले कच्चे अत्यंत उबड खाबड़ रास्ते पर मिला जिसमे से भौतिक साक्ष्य संकलित किये गये समस्त मर्ग जांच के आधार पर यह तथ्य स्पष्ट रूप से प्रकाश में आये कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मृतक को जान से मारने की नियत से उसके स्कार्पियो वाहन रजिस्टेशन नंबर यूपी 92 एफ 2447 में वाहन चालक की सीट पर बैठे होने पर सामने से विंडशील्ड / शीशा में पत्थर मारने से शीशे को तोड़ते हुये मृतक की दाहिने तरफ की कनपटी सिर (जमउचवतंस तमहपवद ) पर गंभीर चोट आने से मृत्यु होना हत्या के साक्ष्य पाये जाने पर थाना में अपराध धारा 302 भादवि का अज्ञात आरोपी के विरुद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस ने नगर बण्डा और आसपास के ग्रामो में इस अंधे हत्याकाण्ड की जानकारी आमजन मानस को लगने पर सनसनी का माहौल बनने लगा परंतु उक्त घटना के संबंध में थाना प्रभारी बण्डा के द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण के द्वारा दिये गये दिशा निर्देश एंव मार्गदर्शन के अनुरूप कार्य करते हुये बण्डा पुलिस द्वारा तत्परता से अपनी व्यवसायिक योग्यता का परिचय देते हुयें साइबर सेल, मृतक से मिलने जुलने वाले व्यक्तियो एंव पुलिस के विशेष मुखदिरान एंव आमजन मानस से पूछताछ पर प्राप्त सूचनाओ को संकलित करते हुये संपूर्ण घटनाक्रम की कड़ी दर कडी का मिलान कर यह तथ्य स्पष्ट प्रकाश में आया कि मृतक के दोस्त विक्रम सिंह निवासी ततरवाय हाल दलपतपुर एंव मुडारी मौजा बीला नहर के पास स्थित मकान एंव रवि यादव निवासी रामनगर जिला छतरपुर द्वारा घटना का घटनास्थल एंव घटना दोनो इलाज के दौरान असत्य लिखवाई जाकर पुलिस एंव परिजन को घटना की असत्य जानकारी दी जाकर मृतक का वाहन घटनास्थल के पास से चीला नहर के पास स्थित अत्यंत कच्चे उबड़-खाबड़ वाले रास्ते पर खड़ा कर दिया गया। जो दोनो संदेहीयान की तलाश की गयी जो दिनांक 05/12/22 को थाना उपस्थित आने पर विक्रम सिंह ने बताया कि दिनांक 29-30/11/22 की दरमियानी रात्रि में विक्रम सिंह द्वारा मृतक रविराजा का श
फेंकने/देने पर से विवाद हो गया था विक्रम को मृतक के 06 लाख रूपये भी देने थे इन्ही विवादो के कारण विक्रम सिंह द्वारा जान से मारने की नियत से स्कार्पियो वाहन रजिस्टेशन नंबर यूपी 92 एफ 2447 में वाहन चालक की सीट पर बैठे होने पर सामने से विंडशील्ड / शीशा में पत्थर मारने से शीशे को तोड़ते हुये मृतक की दाहिने तरफ की कनपटी / सिर पर गंभीर चोट आना एंव रवि यादव द्वारा उक्त घटना कारित वाले वाहन को छिपाने के लिये बीला नहर के पास अत्यंत उबड खाबड वाले रास्ते में खड़ा कर दिया था। पुलिस द्वारा उक्त आरोपी विक्रम सिंह पिता चालीराजा राजपूत निवासी ततरवारा हाल दलपतपुर एंव मुडारी मौजा बीला नहर के पास स्थित
मकान एंव रवि यादव पिता मुन्ना यादव निवासी रामनगर जिला छतरपुर को दिनांक 05/12/22 विधिवत
गिरफतार किया जाकर माननीय न्यायालय पेश किया गया है।
टीम की सराहनीय भूमिका
निरीक्षक नवल आर्य थाना प्रभारी बण्डा, उनि अरविन्द सिंह ठाकुर, उनि सूरज सिंह परिहार, प्रधान आरक्षक ताहिर खान, राकेश यादव, आरक्षकगण विनोद सिंह, सतीश राज, पुष्पेन्द्र शर्मा, सौरभ गुप्ता, खिलान सिंह, भारत सिंह, ओमकार, एंव साइबर सेल से कार्य० प्रधान आरक्षक सौरभ रैकवार, हेमेन्द्र सिंह, अमर शुक्ला औऱ अमित की महत्वपूर्ण भूमिका रही।