सागर। सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल बनाने का प्रस्ताव झारखंड सरकार ने पारित कर केंद्र सरकार को भेजा है। जिससे जैन समाज में आक्रोश व्याप्त है। जैन समाज अहिंसा पूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थान बनाने के निर्णय को वापस लेने की मांग कर रहा है। विरोध के चलते बुधवार को सागर बंद का आह्वान किया गया है। जैन युवा महासभा अध्यक्ष अनुराग जैन ने कहा कि सम्मेद शिखर जी को झारखंड सरकार द्वारा पर्यटन स्थल बनाने के निर्णय के विरोध में आज 21 दिसंबर बुधवार को सागर 40% से अधिक बंद नजर आया
विरोध स्वरूप रैली निकाली गयी। रैली दोपहर 1 बजे कटरा स्थित गौराबाई दिगंबर जैन मंदिर के प्रांगण में विराग सागर महाराज के आशीर्वाद के बाद शुरू हुई, जो कटरा, तीनबत्ती, बड़ा बाजार, मोतीनगर थाना, राहतगढ़ बस स्टैंड, विजय टॉकीज होते हुए पुन: कटरा पहुँची। जहां आचार्यश्री के मंगल वचन के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ। उन्होंने सागर के सभी व्यवसायियों से एक दिन प्रतिष्ठान बंद रखकर झारखंड सरकार के निर्णय का विरोध करने की अपील की थी जिसका खासा असर देखने मिला, उन्होंने कहा पर्यटन स्थल बनाने का निर्णय वापस ले सरकार जैन युवा महासभा महामंत्री सिंथिल पड़ेले ने कहा कि सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित करने का प्रयास दुर्भाग्यपूर्ण हैं। जिसकी समाज निंदा करता है। शाश्वत तीर्थ सम्मेद शिखरजी जहां की पवित्र भूमि से जैन धर्म के 20 तीर्थंकर परमात्माओं के पवित्र निर्माण की यह भूमि है। यह पवित्र तीर्थ स्थल समूचे जैन समुदाय की आस्था और श्रद्धा का केंद्र है। इस देव भूमि की पवित्रता और सुचिता बनी रहे, इसलिए सरकार इस पवित्र क्षेत्र को तीर्थाटन ही रहने दे। पर्यटन स्थल बनाने का निर्णय वापस ले। रैली में बड़ी तादात में समाज की महिलाएं, पुरुष बच्चे बुजुर्ग थे, पुलिस व्यवस्था में अति पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह, सीएसपी केपी सिंह, थानो की पुलिस लगी देखी गयी।
रैली शांतिपूर्ण तरीके से निकाली गई काफी लोग हाथों में बेनर पोस्टर लिए नजर आए।