रजाई में रातभर हमबिस्तर रहा कोबरा, सुबह उठकर देखा तो युवक की आंखे फटी रह गईं
सागर। सोचिये किसी इंसान के साथ यदि मौत रातभर हम बिस्तर रहे और उसे इसका पता भी नहीं चले, सुबह जब आंख खुले और रजाई के अंदर खुद के बाजू में 5 फीट लंबा कोबरा सांप नजर आ जाए तो क्या होगा? सोचने पर ही शरीर में सिहरन दौड़ जाती है, लेकिन सागर के सिरोंजा में एक युवक के साथ सच में ऐसी घटना घटित हो गई। एक भयानक और फुर्तीला सांप रात भर उसे साथ रजाई में दुबककर सोता रहा। अल सुबह जब नींद टुटी और अलसाई हालत में उसे हाथ में गुदगुदी सी लगी तो रजाई अंदर नजर डालते ही शरीर का खून जम गया। चंद सेकंड बाद जब उसे चेतना लौटी तो वह रजाई और बिस्तर को पलंग से कोने की तरफ फेंकते हुए चिल्लाता हुआ घर से बाहर भागा।
सिरोंजा के गोविंद रातभर मौत रुपी कोबरे के साथ सोता रहा
मप्र के सागर जिले के सिरोंजा इलाके में मुख्यमार्ग पर गोविंद विश्वकर्मा और उसका मामा किराए के घर में हैं। वह रात में अपने कमरे में पहुंचा और बिस्तर में रजाई ओड़कर सो गया। उसे गुमान भी न रहा कि उसके साथ कोई और उसके बिस्तर में दुबक कर रजाई की गर्माहट ले रहा है। सुबह करीब छह बजे के आसपास उसकी नींद खुली तो वह बिस्तर में ही उसनींदा लेटा रहा। इसी दौरान गोविंद को लगा उसके शरीर में कुछ गुदगुदी जैसी हो रही है। उसने रजाई उठाकर देखा तो आंखे फटी रह गईं और होश फाख्ता हो गए। रजाई के अंदर उससे सटकर लंबा और मोटा काला सांप भी मौजूद था।
शरीर सुन्न हो गया, मानो खून जम गया हो
गोविंद प्रजापति के अनुसार रात में वह जब सोता था तो बिस्तर में उसने ध्यान से नहीं देखा था। सुबह-सुबह उसे लगा कि उसे बिस्तर में कुछ है, उसे गुदगुदी सी लग रही थी। उसने देखा तो बड़ा भारी सांप उसके बिस्तर में रजाई के अंदर बैठा था। उसे सांप के फुफकारने की आवाज भी सुनाई दी। कुछ समय के लिए पूरे शरीर में सिहरन दौड़ गई और लगा मानो शरीर का खून जम गया हो और शरीर सुन्न पड़ गया। चंद सेकंड बाद उसने बिस्तर से उछलकर रजाई और गद्दा दोनों पलंग से कमरे के किनारे की तरफ फेंक दिए। उसकी रजाई के अंदर जा सांप था, वह उसे देखकर कमरे में फुकार रहा था। पलंग पर दोनों पैर उठाकर वह कुछ देर बैठा रहा और सांप जैसे ही बिस्तर की तरफ कोने में दुबका वह उछलकर कमरे से बाहर की तरफ भाग और बाजू में मामा को जगाकर सारी जानकारी दी।
सुबह छह बजे स्नेक कैचर अकील बाबा को फोन लगाया
घर के अंदर सांप को देखकर मामा-भांजा दोनों टेंशन में आ गए। उन्होंने स्नेक कैचर अकील बाबा का नंबर जुगाड़ा और उन्हें फोन लगाकर अपने सिरोंजा के घर में सांप होने की जानकारी दी। करीब एक घंटे बाद सुबह 7 बजे करीब अकील बाबा मौके पर पहुंचे और एक लाठी लेकर कमरे के अंदर गए। लाठी से गद्दा और रजाई को धीरे-धीरे करके हटाया तो नागराज फन फैलाकर गुस्से से फुफकारने लगे। अकील बाबा ने बड़ी ही सफाई से सांप को चकमा देकर दुम पकड़कर उठा लिया और सांप फन फैलाए इधर से उधर झूलने लगा।
पांच फीट का मोटा और काफी जहरीला सांप है
अकील बाबा के अनुसार उन्होंने जो सांप पकड़ा है वह काफी मोटा और भारी-भरकम सांप है। ब्लैक कोबरा प्रजाति का यह सांप काफी जहरीला होता है। गोविंद की किस्मत रही कि उसकी जान बच गई। यदि सांप उसे डस लेता तो जान बचाने के लाले पड़ जाते। ब्लैक कोबरा सांप सामान्य कोबरा सांप की प्रजाति से ज्यादा खतरनाक और जहरीला होता है। पकड़ गया सांप काफी तेज और फुर्तीला है। पकड़ने के दौरान जब डिब्बे में रख रहे थे, तब बार-बार वह पलटकर हमला करने का प्रयास कर रहा था। सांप का रेस्क्यू कर लिया है। अब उसे जंगल में सुरक्षित छोड़ देंगे।