गजेंद्र ठाकुर✍️। सागर। कथावाचक जया किशोरी कल 23 नवंबर को एक दिवसीय प्रवास पर सागर आ रही हैं। वे मकरोनिया में होटल क्राउन पैलेस में धर्म प्रवाह करेंगी। उन्होंने होटल मालिक राहुल साहू के विशेष आग्रह पर आमंत्रण स्वीकार किया है। जया किशोरी जी का नाम जया शर्मा है। उनका जन्म 13 जुलाई 1995 को राजस्थान के गांव सुजानगढ़ में एक गौड़ ब्राह्माण परिवार में हुआ था। जया किशोरी के पिता का नाम शिव शंकर शर्मा है, जबकि मां का नाम सोनिया शर्मा है। वहीं उनकी एक बहन भी है। जिनका नाम चेतना शर्मा है।
छोटी सी उम्र में ही भागवत गीता, नानी बाई का मायरो, नरसी का भात जैसी कथाएं सुनाकर प्रसिद्ध हुई जया किशोरी की निजी जिंदगी में भी काफी चर्चा होती रहती है। राजस्थान में जन्मी जया किशोरी वर्तमान में कोलकाता में अपने परिवार सहित रह रही है। लेकिन उनकी प्रसिद्धी पूरे देश ही नहीं ब्लकि विदेश में भी है।
जया किशोरी ने अपनी स्कूली पढ़ाई कोलकाता के महादेवी बिडला वर्ल्ड एकेडमी से की। उसके बाद उन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई पूरी की हुई है। करीब 9 साल की उम्र में जया किशोरी ने संस्कृत में लिंगाष्टकम, शिव तांडव स्तोत्रम्, रामाष्टकम्, मधुराष्टकम्, श्रीरूद्राष्टकम्, शिवपंचाक्षर स्तोत्रम्, दारिद्रय दहन शिव स्तोत्रम् आदि कई स्तोत्रों को गाकर हजारों श्रोताओं को प्रभावित किया है।
10 साल की उम्र में जया किशोरी (Jaya Kishori) ने अमोघफलदायी सम्पूर्ण सुंदरकांड गाकर लाखों लोगों के दिलों में विशेष स्थान बना लिया। उसके बाद से उनके प्रशंसकों में कोई कमी नहीं आई है और उनके प्रशंसक उनकी एक झलक पाने के लिए बेताब रहते हैं।