महिला बोली गुरुजी का आदेश है मुझे आज ही समाधि लेकर प्राण त्यागने हैं
पुलिस ने समझाइश देकर महिला को वन स्टॉप सेंटर भेजा, समाधि स्थल पर लोगो का मजमा लगा रहा
सागर। मोतीनगर थानांतर्गत संत रविदास वार्ड निवासी एक बुजुर्ग महिला समाधि लेने के लिए अड़ गई। यह खबर जैसे ही आसपास के इलाकों में पहुंची तो लोग उसके घर पहुंचना शुरू हो गए। यहां तक कि इस महिला ने नई गल्ला मंडी के पास किसी मंदिर में समाधि लेने की बात कही थी तो वहां लोगों का मजमा जमा होने लगा। इधर यह खबर पुलिस तक पहुंची तो महिला पुलिसकर्मी उसे एसडीएम कार्यालय ले आई। जहां से उसे वन स्टॉप सेंटर भेज दिया गया। अजा वर्ग की करीब 60 वर्षीय इस महिला का कहना था कि 10 महीने से मथुरा वाले गुरुजी मेरे स्वप्न में आ रहे हैं। वे मुझ से समाधि लेकर प्रभु की शरण में जाने के लिए बोल रहे हैं। उन्हीं के आदेश का पालन करने के लिए मैं समाधि लेना चाहती हूं। उन्होंने मेरे समाधि लेने का समय सोमवार दोपहर 3 बजकर 2 मिनट तय किया
महिला के साथ उसकी बहु भी एसडीएम ऑफिस आई थी। उसने बताया कि मेरी सास ” ने अपना प्रण पूरा करने के लिए आज सुबह से ही अन्न-जल त्याग दिया है। वे समाधि लेने के लिए अड़ी हुई हैं। जिसके चलते पूरे मोहल्ला के लोग मेरे घर के बाहर जमा हो गए हैं। इस महिला ने बताया कि सास की यह स्थिति पिछले कई दिन से है। वह अक्सर नींद से जाग जाती हैं। सुबह वह हम लोगों को मथुरा वाले गुरुजी के सपने में आने की बात कहती हैं। महिला मथुरावाले इन गुरुजी का नाम नहीं बता पाई। इधर वन स्टाप पहुंचने पर इस महिला की मानसिक स्थिति में थोड़ा सा सुधार दिखा। महिला सिपाही ज्योति तिवारी के अनुसार महिला ने सुबह से कुछ भी नहीं खाया पिया था। इसलिए उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी समझाइश के बाद उसने थोड़ा सा भोजन वगैरह किया तो वह हम लोगों की बातचीत सुनने-समझने की स्थिति में आ गई। फिलहाल हम लोग उसके मानसिक रूप से पूर्ण रूपेण स्वस्थ होने तक उसे वन स्टाप सेंटर में ही रखेंगे।
चर्चा के दौरान महिला ने बताया था कि वह श्री देव भूतेश्वर मंदिर के पास बने एक आश्रम में सत्संग के लिए जाती थी। जहां वह आश्रम के तथाकथित कर्ता धर्ता के संपर्क में आई। उसने उस व्यक्ति को अपने सपने के बारे में बताया। इस दौरान महिला ने दो एक बार जय गुरुदेव का भी जिक्र किया और कहा कि सपने में वही आ रहे हैं। चर्चाओं के अनुसार आश्रम के कर्ता धर्ता ने महिला की समाधि लेने लिए प्रेरित करना शुरु कर दिया। वह स्वयं भी इस बारे में आसपास के अनुयायियों सत्संगियों को जानकारी देने लगा। इस महिला के पड़ोसियों का कहना है कि अगर हम लोग इस मामले में दखल नहीं देते तो संभव था कि यह महिला उस व्यक्ति की बातों में आकर समाधि ले लेती।