सागर आकार आज पुरानी यादें पुनः ताजी हो गई- मुख्यमंत्री श्री धामी
सागर मेरी राजनीति की प्रथम पाठशाला
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री महार रेजिमेंट के विभिन्न कार्यक्रमों में हुए शामिल
सागर। उत्तराखंड के मुख्य मंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सागर उनकी राजनीति की प्रथम पाठशाला रही है। यही कारण है कि आज सागर आकर बचपन की यादें ताजा हो गई ।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी आज महार रेजीमेंट में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों को संबोधित कर रहे थे ।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सागर मेरी राजनीति की प्रथम पाठशाला इसलिए भी है कि जब मैं यहां पढ़ता था, लेकिन तब मैंने यहां सब कुछ सीखा है। मेरे मित्र यहां से राजनीति के माध्यम से विधायक एवं अन्य पदों पर रहे । उन्होंने कहा कि सागर वास्तव में सागर है। इसका ह्रदय सागर जैसा है । आज जब मैं सागर आया हूं, तब मैंने देखा कि मेरे बचपन के सभी मित्रों ने एकजुट होकर मेरी अगवानी की। मुख्यमंत्री श्री धामी ने अपने मित्र पूर्व विधायक श्री हरबंश सिंह राठौर के निवास पर जाकर मिले एवं दोपहर का भोजन भी अपने मित्रों के साथ किया।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने सागर महार रेजिमेंट में शहीद स्मारक पर जाकर शहीद हुए सैनिकों को पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। श्री धामी ने शहीद स्मारक के समीप ही महोगनी का पौधा लगाकर पौधारोपण किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व सैनिकों से चर्चा की एवं उनके अनुभव की जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज मेरे बचपन की यादें ताजा हो गई, जब मेरे पिताजी यहां सेना में कार्यरत थे ।
उन्होंने सेवानिवृत्त सूबेदार इंद्रपाल सिंह एवं कर्नल पीपी शर्मा से उनके सेवानिवृत्ति के बाद के अनुभव शेयर किए एवं सेना में रहते हुए कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की ।मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने म्यूजियम पहुंचकर महार रेजीमेंट एवं सेना के संबंध में बनाई गई लघु फिल्म के बारे में कर्नल अविनाश आचार्य से विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने म्यूजियम में लगाई गई स्मृतियों को भी देखा ।
इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल सी वंशी पुन्नपा, ब्रिगेडियर नवनीत जरियाल ,डिप्टी कमांडेंट उमंग कुमार चौधरी, कर्नल अविनाश आचार्य , मेजर नवतेज सिंह, सहित अन्य सैन्य अधिकारी मौजूद थे।