ढाई करोड़ की चांदी पकड़ने और छोड़ने की जाँच एसपी ने दिए आदेश
सागर। मालथौन टोल पर सोमवार की सुबह सागर की कथित स्पेशल पुलिस पुलिस टीम ने की थी अवैध कार्यवाही पुलिस अधीक्षक तरुण नायक ने मामला संज्ञान में आते ही जांच बेठा दी सोना चांदी के कारोबारियों द्वारा मथुरा और मुंबई से सागर तस्करी का माल सागर लाए जाने के मामले जब तब सामने आते रहते हैं और अधिकांश मामलों में मालथौन टोल प्लाजा से होकर तस्कर गुजरते हैं गौरतलब है कि इसी कथित खास टीम जो एसपी के अधीनस्थ मानी जाती रही है विगत दो सालो से ने कई दफा इस तरह के कामो को अंजाम देती आई है हालांकि इस टीम के विषय मे जब एसपी तरुण नायक से बात की तो उन्होंने कहा कि मेरे नाम से अब तक कोई टीम काम नही कर रही है और यह मामला संज्ञान में आया है इसे एसडीओपी खुरई को जांच सौपी है
मगर ताजा मामले में बताया जाता है कि उक्त पुलिस टीम ने न सिर्फ चांदी संबंधित व्यापारियों को लौटाई बल्कि बसूली शुल्क भी लौटाया दिया गया इतना ही नहीं संबंधित व्यापारियों से इस पुलिस टीम लंबे समय से बने एक थाना प्रभारी मुखिया द्वारा हाथ जोड़कर माफी भी मांगी गई। बहरहाल तेज तर्गर पुलिस अधीक्षक तरुण नायक ने इस मामले की जांच भी बिठा दी है। इससे पुलिस के ही साईबर सेल से मिलने वाली सूचनाओं पर कथित रूप से काम डालने बाली पुलिस की एक टीम में खलबली मच गई बताई जाती है। विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक घटनाक्रम में मथुरा से चांदी लाए जाने की सूचना पर सोमवार की सुबह करीब 6.20 बजे सागर से दो थाना प्रभारी अपनी लंबे समय से साथ रखे इस विशेष टीम को लेकर मालथौन टोल प्लाजा पहुंचकर चांदी से भरी गाड़ी का इंतजार करने लगे।
टीम ने टोल कर्मियों से बेरीकेट लगाने को भी कहा, फिर थोड़ी देर में सफेद कलर की हुण्डई वरना कार को रोका जाता है। वीडियो में दिख रहा कि कुछ देर के बाद सिविल में मौजूद इस पुलिस टीम ने ह्युंडई वरना कार के ड्राईवर को बिना नंबर की सफेद स्कार्पियो में बिठाला और दोनों गाड़ियां सागर तरफ कूच कर गईं इसके साथ एक ब्लैक कलर की अन्य कार भी थी, तीनों कारों का काफिला सागर में मोतीनगर थाना क्षेत्र की एक दाल मिल के पास रूका इस बीच इस टीम द्वारा सागर से जाकर मालथौन में काम डालने की खबर मालथौन पुलिस को भी लग गई जो कि पहले भी इस तरह की वारदात को अंजाम दे चुकी हैं इधर विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि आगे की कार्यवाही दाल मिल के पास से ही संबंधित चांदी के जेवर वाले व्यापारियों को धमका चमका कर चांदी सहित ड्राईवर और व्यापारियों के साथ माल पेसें इस टीम ने रख लिए।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को इस टीम की कारगुजारी की भनक लग गई और टीम का पूरा खेल चौपट हो गया, प्राप्त जानकारी के अनुसार इसके बाद फिर संबंधित व्यापारियों को आननफानन में ढूढ ढूढ कर टीम के हेड एक थाना प्रभारी ने हाथ पैर जोड़कर माफी और सारा माल और पेसें इस शर्त पर बापस कर दिये की किसी से कुछ बताना नही।
इधर एसडीओपी खुरई की जांच में कुछ नाम और जोड़े गए हैं इन्हें बयान के लिए वायरलैस मेसेज नोटिश भेजा गया है!
सराफा बाजार में चर्चा है कि यह टीम आईपीएल से लेकर इस तरह के सोने चांदी पर काम डालती आ रही है और कभी पडकी नही गयी यह लोग एसपी के नाम से लोगो को चमकाते आये हैं और एक थाना प्रभारी लंबे अरसे से इस टीम के कमान संचालक बने हैं ! और बताया जा रहा है की फिर माह दो माह में यह टीम तिकड़म बैठाकर फिर एक हो जाती है और इस तरह के कामो को अंजाम देती आई हैं इनके सूत्रधार एक थाना प्रभारी है और एसपी आईजी के यहां बेठे साइबर सेल में कुछ आरक्षक हो सकते हैं?
एसपी तरुण नायक ने भंग कर दी कथित स्क्वाड टीम
मामला संज्ञान में आते ही एसपी ने संबंधित पुलिसकर्मियों से पूछताछ की है। इसके बाद उन्होंने मामला खुरई एसडीओपी को सौंप दिया है। खबर हैं कि- कथित रूप से चल रही जिले में स्क्वॉड में शामिल सिपाही आ. प्रदीप शर्मा को वापस उसकी मूल पदस्थापना थाना महाराजपुर भेज दिया तो वहीं आ. आशीष गौतम को भानगढ़, प्रधान आ. मुकेश को शाहगढ़ और अमित चौबे को खुरई देहात के लिए रवाना कर दिया यहां बता दें कि एसपी ने इस तथाकथित स्ववॉड का गठन बांदरी में हुए सरपंच अशोक चौबे हत्याकांड की जांच के लिए किया था। लेकिन इसके बाद ये पुलिस दल अन्य कार्रवाइयों में कभी संबंधित पुलिस थाने के साथ तो कभी स्वतंत्र रूप से एसपी स्क्वाड के नाम पर कार्रवाई यही चेहरे देखे जाते रहे हैं।
बहरहाल देखना यह है कि जांच में क्या सामने आता है जबकि फुटेज और सूचना पुलिस कप्तान के पास होना जानकारी में आया है।