आफ़त की बारिश, कठिन परिस्थितियों में भी बिजली व्यवस्था बहाल

10 विद्युत उपकेद्रों, 33 के.व्ही. के 09 और 11 के.व्ही. के 39 फीडर पर टिकी शहर की विद्युत वितरण व्यवस्था : भारी बारिश और हवाओं के बावजूद शहर की 60 प्रतिशत विद्युत व्यवस्था सुचारू बनी रही…जल भराव और बिजली लाइनों पर गिरते पेड़: बिजली अमले का हौसला नहीं तोड़ सके आफत की बारिश मुश्किल हालातों में मुमकिन तेजी से बिजली सप्लाई बहाल की, अनेक स्थानों पर पेड़ टूटकर बिजली लाइनों पर आ गिरे, क्षतिग्रस्त एच टी लाइनों की मरम्मत और सप्लाई की वैकल्पिक व्यवस्था बनाने में टीमें युद्ध स्तर पर सक्रिय हुईं ।

सागर। प्रदेश में अतिवृष्टि और शहर में लगातार 6 इंच से अधिक बारिश में जहाँ एक ओर जन-जीवन अस्तव्यस्त किया वहीं शहर के बिजली अमले के सामने बिजली व्यवस्था सम्हालने की चुनौती सामने थी ।

शहरी बिजली सप्लाई के प्रबंधक कार्यपालन अभियन्ता प्रमोद कुमार गेडाम , मेंटेनेंस प्रभारी इंजी.अशोक सोलंकी और इंजी. मिलन परतेती शहर के एक कोने से दूसरे कोने तक अपनी टीमों का नेतृत्व करते, उनका हौसला बढ़ाते और सुरक्षित काम करने की हिदायतें देते दौड़ लगाते रहे । जब तक शहर वासियों को प्रभावित इलाकों में बुनियादी बिजली सुविधा बहाल नहीं हुई अलग-अलग मोर्चों पर मुस्तैद रहे ।

आम नागरिक शायद ही जानते हों कि भारी बारिश के दौरान लगातार मिलने वाली शिकायतों के साथ बिजली का जोखिम से भरा रखरखाव, धैर्य के साथ उच्च प्रबंधन क्षमता और तकनीकी कौशल की दरकार रखता है ।

भारी बारिश के अंदेशे के लिए पहले ही से अलर्ट मोड पर शहरी बिजली दफ्तर ने आपात स्थिति को भांपते हुए अपना सारा अमला बिजली सप्लाई बहाल करने में झोंक दिया ।

प्राथमिकता बड़ी लाइनों से इलाकों की सप्लाई बहाल करना फिर एकल एफ.ओ.सी. का समाधान :

कार्यपालन अभियंता प्रमोद कुमार गेडाम ने बताया है कि ऐसी कठिन मौसमी परिस्थितियों में बिजली व्यवस्था सम्हालने का एक क्रम तय रहता है । इसमें पहले किसी बड़े इलाके की बिजली सप्लाई बहाल करने के लिए क्षतिग्रस्त लाइनों के प्राथमिकता से मेंटेनेंस और वैकल्पिक सप्लाई व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करना होता है । इनके बाद एकल शिकायतों का निराकरण कराया जाता है । बिजली बाधित होने की दो हजार से अधिक शिकायतें मिलीं जिन में से समाचार लिखे जाने तक लगभग आधी शिकायतों का समाधान कर दिया गया है । एकल शिकायतों के निराकरण के लिए पॉवर हाउस, सदर और मकरोनिया में तीनों शिफ्टों में 10 टीमों के साथ 04 मेंटेनेंस टीमें जुटीं हुई हैं ।

ये रहे शहर की बिजली प्रदाय में बाधा आने के प्रमुख कारण:

132 के व्ही उपकेन्द्र से पॉवर हाउस 33 के व्ही फीडर लाइन का व्ही सी बी पोल बर्स्ट हुआ । 33 के व्ही सिविल लाइन्स पॉवर हाउस कंपोजिट फीडर के कन्डक्टर क्षतिग्रस्त हुए । केंट क्षेत्र में रेलवे लाइन के पास 33 के.व्ही. सिविल लाइन्स फीडर पर विशाल पेड़ आ गिरा वहीं एमईएस में एक दूसरा वृक्ष भी 33 केव्ही की लाइन को क्षतिग्रस्त कर गया । जिससे शहर की 40 प्रतिशत विद्युत प्रदाय दुष्प्रभावित हुई ।

यहाँ टूटे पेड़ 11 के. व्ही. बिजली लाइनों को क्षतिग्रस्त कर गए-

· न्यू सदर फीडर कलेक्टर बंगले के पीछे

· केंट फीडर कलेक्टर बंगले के पास

· राधा तिराहा फीडर 108 टी ए बटालियन के पास

· कलेक्ट्रेट फीडर सर्किट हाउस के पास

· पावर हाउस सब स्टेशन के पास

· अशोक रोड फीडर पम्मा साहू कॉम्प्लेक्स के आगे

· शनिचरी फीडर डीऍफ़ओ बंगले के पास

· सिविल लाइन्स फीडर नेपाल पेलेस के पास

· तिली हॉस्पिटल फीडर यूनिवर्सिटी जंगल में

· गिरधारी पुरम फीडर अशोक विहार

· बटालियन फीडर बटालियन के अन्दर

· सदर फीडर 13 मुहाल के पास

· मोती नगर फीडर साईं वाटिका के पास

सप्लाई बहाल करने में रिकॉर्ड कामयाबी- मुस्तैद मेंटेनेंस टीमों ने 4 से 5 घंटों के अन्दर बिगड़ते हालातों पर काबू पा लिया गया । लाइनों को दुरुस्त कर लिया गया या सप्लाई की वैकल्पिक व्यवस्था बना कर बड़े इलाकों में सप्लाई बहाल कर दी गई ।

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