सायबर क्राईम जिला भोपाल की बडी सफलता,सायबर अपराधों में हथियार के रुप में प्रयोग होने वाले 1436 फर्जी मोबाईल नम्बर करवाये गये ब्लाॅक
फरियादी के साथ क्रेडिट कार्ड के कार्ड प्रोटेक्षन प्लान बंद करने के नाम पर की गई थी धोखाधडी।आरोपियों द्वारा प्रदेष से फर्जी नाम पते पर जारी सिम कार्ड का किया गया था उपयोग।संदिग्ध सिमों के रिवेरिफिकेषन कराये जाने के बाद टेलीकाॅम कम्पनी द्वारा बंद की गई 1436 सिम कार्ड। सायबर अपराधियों द्वारा उपयोग में लाये जा रहे थे उक्त मोबाईल नम्बर । फर्जी सिमों को ब्लाॅेक करने हेतु टेलीकाॅम कंपनी को भेजा गया था पत्र।
भोपालर । 09 मई 2022- वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन एवं पुलिस उपायुक्त अपराध अमित कुमार, अति. पुलिस उपायुक्त अपराध शैलेन्द्र सिंह चैहान के मार्गदर्शन एवं सहायक पुलिस आयुक्त सायबर अक्षय चौधरी के नेत्रत्व मे सायबर क्राईम ब्रान्च जिला भोपाल की टीम द्वारा सायबर अपराध कारित करने में उपयोग किये जा रहे 1436 संदिग्ध मोबाइल नंबरो को ब्लाॅक कराने में सफलता अर्जित की है।
घटनाक्रम:- दिनांक 16 दिसम्बर 2021 को अनिल कुमार शर्मा निवासी भोपाल के द्वारा सायबर क्राइम ब्रान्च जिला भोपाल में लिखित षिकायत आवेदन दिया था कि दिनांक 10.12.2021 को एक मोबाइल नंबर से फोन आया कि एसबीआई क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेण्ट से बात कर रहा हूॅ। आपके क्रेडिट कार्ड का कार्ड प्रोटेक्शन प्लान बंद करने के लिये काॅल किया है। कार्ड प्रोटेकशन प्लान बंद करने के नाम पर एसबीआई क्रेडिट कार्ड का नंबर एवं ओटीपी लेकर फरियादी के साथ कुल 116448/-रूपये की धोखाधडी की गई। षिकायत आवेदन में आये तथ्यों एवं प्राप्त तकनीकि जानकारी के आधार पर अपराध क्रमांक 18/2022 धारा 419,420,467,468,471,120बी भादवि का पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान पाया गया कि आरोपी के द्वारा फरियादी से बात करने के लिये जिस मोबाइल नंबर का उपयोग किया गया था व करैरा जिला शिपवुरी से एक्टिवेट किया गया है तथा उसमें दुकान का पता भोपाल का बताया गया है। इसके अतिरिक्त वह मोबाइल नंबर फर्जी दस्तावेजो का उपयोग कर एक्टिवेट किया गया है। विवेचना के दौरान फर्जी दस्तावेजो पर सिम जारी करने की प्रक्रिया में शामिल 04 आरोपीगणों के विरूद्व वैधानिक कार्यवाही की जा चुकी है।
विवेचना के दौरान पाया गया कि आरोपीगणो के द्वारा फर्जी दस्तावेजो पर सिम एक्टीवेट कर दिल्ली सहित देश के अन्य राज्यों में सायबर अपराधियों को बेचा जा रहा है। जिनका उपयोग सायबर अपराधियों के द्वारा भोले-भाले लोंगो के साथ सायबर अपराध घटित करने में किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त विवेचना के द्वारा आरोपीगणो की तलाष के दौरान एकत्र किये गये डाटा के विष्लेषण पर पाया गया कि गिरफ्तार आरोपीगणों के द्वारा लगभग 1500 सिमों को फर्जी दस्तावेजो पर एक्टिवेट किया गया है। इन नंबरो को संदिग्ध मानते हुये जारी करने वाली टेलीकाॅम कंपनीयों को रिवेरीफिकेषन हेतु लेख किया गया। जिसके बाद टेलीकाॅम सर्विस प्रोवाइडर कंपनी वोडाफोन आईडिया द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुये 1436 सिमों को बंद कर दिया।
इन सिमों को ब्लाॅक किया जाना इसलिये भी अधिक महत्वपूर्ण है, क्योकि इस प्रकार की फेक सिमों का प्रयोग करके ही सायबर अपराधियों के द्वारा सायबर अपराध को अंजाम दिया जाता है। परन्तु सायबर अपराध की जाॅच पर पुलिस असली सायबर अपराधियों तक नही पहुॅच पाती, क्योकि ये सिम फर्जी दस्तावेजो का प्रयोग कर जारी की गई होती है। इन सिमों के ब्लाॅक होने के बाद इन सिमों का प्रयोग सायबर अपराध में करना संभव नही हो पायेगा। वर्तमान समय में जिस प्रकार सायबर अपराधों में बृद्वि हो रही है, उसे रोकने के लिये इस प्रकार की कार्यवाही की आवष्यकता है। इस प्रकार की प्रक्रिया लगातार जारी रखी जायेगी।
नोटः- सायबर काईम संबंधित घटना घटित होने की सूचना भोपाल सायबर क्राइम के हेल्पलाइन नम्बर 9479990636 अथवा राष्ट्रीय हेल्पलाईन नंबर 1930 पर दे ।
खबर गजेंद्र ठाकुर-9302303212