भगवान श्रीराम ने विपरीत परिस्थितियों में भी अपने आदर्शों को नहीं त्यागा : सुनीता अरिहंत
श्रीरामनवमीं चल समारोह एवं शोभायात्रा का विचार समिति ने स्वागत किया
सागर। श्रीरामनवमीं चल समारोह एवं शोभायात्रा के पावन पर्व पर सागर शहर में विभिन्न स्थानों से शोभायात्रा निकाली गई। कटरा में आकर विभिन्न संस्थाओं द्वारा निकाली गई शोभायात्रा का एकत्रीकरण हुआ। राधा तिराहे से लेकर तीनबत्ती तक शहर भगवामय हो गया। इस महाविशाल शोभायात्रा का विचार समिति के पदाधिकारियों ने कटरा स्थित स्वदेशी वस्तु भंडार के सामने स्वागत किया साथ ही भगवान श्रीराम की पूजा अर्चना की।
इस अवसर पर समिति की कार्यकारी अध्यक्ष सुनीता अरिहंत ने कहा कि भगवान श्रीराम को मर्यादा पुरूषोत्तम कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने अपने जीवनकाल में कई कष्ट सहते हुए भी मर्यादित जीवन का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी अपने आदर्शों को नहीं त्यागा और मर्यादा में रहते हुए जीवन व्यतीत किया। इसलिए उन्हें उत्तम पुरूष का स्थान दिया गया। मुख्य संगठक नितिन पटैरिया ने बताया कि रामनवमी के दिन हिंदू परिवारों में व्रत-उपवास, पूजा पाठ व अन्य धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है। श्रीराम के जन्म के समय पर उनके जन्मोत्सव का आयोजन किया जाता है और खुशियों के साथ उनका स्वागत किया जाता है। स्वागत करने वालों में मुकेश जैन, मनोज जैन, रीतेश जैन, धवल कुशवाहा, सूरज सोनी, राहुल अहिरवार, विनय चौरसिया, पूजा प्रजापति, भाग्यश्री राय, श्रीकांत प्रजापति आदि उपस्थित थे।
खबर गजेंद्र ठाकुर-9302303212