आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिकाओं की हडताल के 23वें दिन समर्थन करने पहुंचे बंडा विधायक तरवर सिंह, कहा शासकीय घोषित करने का मामला विधानसभा में उठाऊंगा,
जब संतों को हड़ताल का समर्थन करने पडे तो सरकार का क्या औचित्य ….पं. विपिन बिहारी महाराज
सागर। आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिकाओं की हडताल के 23 वे दिन बंडा के कांग्रेस विधायक तरवर सिंह ने आंदोलन स्थल पर पहुंचकर हडताल का समर्थन करते हुए बिलंब से आने पर आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिकाओं से माफी मांगी और जोर देकर कहा कि होने वाले शीतकालीन सत्र में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं/सहायिकाओं को शासकीय वेतन भोगी घोषित कराने विधानसभा में प्रश्न उठाकर बहिनों की आबाज को बुलंद करूगा। विधायक तरवर ने कहा कि भाजपा सरकार के क्षेत्र में दो केन्द्रीय मंत्री व तीन कैबिनेट मंत्रियों का अपने क्षेत्र की आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिकाओं बहिनों के बीच में न पहुंचना भाजपा सरकार की महिला विरोधी नीति को उजागर करता है। महिला सशक्तीकरण वर्ष होने के बाबजूद भी चिलचिलाती धूप में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की बेमुद्त हडताल से सरकार की नाकामियां उजागर हो रही है जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। साधु संतो ंके साथ हडताल का समर्थन करने पहुंची जिला धर्माधिकारी संत पं. श्री बिपिन बिहारी जी महाराज ने सावरे सरकार के समक्ष आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिकओं को शासकीय कर्मचारी घोषित कराने की अर्जी दर्ज कराते हुए कहा कि जब सरकार नहीं सुनती तो संतों को पीड़ित पक्ष के पास पहुंचकर उनकी पीढा को सुनना पडता है। वहीं सरकार के प्रतिनिधियों का हडताल पर बैठी बहिनों के प्रति उपेक्षित रवैया नजर आने से हम साधु संतों को भगबान की शरण लेकर हडताल में आना पड रहा है। अब सावरे सरकार जल्द ही तप्ती धूप में बैठी आंगनबाडी कार्यकर्ता बहिनों की फरियाद सुनेगा। संघ की संभागीय अध्यक्ष श्रीमती लीला शर्मा ने कहा कि हमारे जिले में तीन कैबिनेट मंत्री है जिनमें दो मंत्रियों ने हमें आश्वासन दिया कि हम मुख्यमंत्री से शासकीय वेतन भोगी घोषित कराएगे लेकिन 23 दिन वीत जाने के बाद भी उन मंत्रियों ने अब हर खबर लेना भी बंद कर दिया है। यहां तक की एक भी मंत्री आज दिनांक तक आंगनबाडी कार्यकर्ता बहिनों के हाल जानने हडताल पर नहीं पहुंचे जिससे कार्यकर्ताओं में आक्रोश पनप रहा है। वहीं प्रदेश के कई जिलों में सरकार के मंत्रियों का खुलकर विरोध हो रहा है हम इसलिए शांत है कि जिन मंत्रियों ने बायदे किए है वो वायदे जल्द निभायें अन्यथा आंगनबाडी हित में सागर जिले की बहिनों को भी मॉ दुर्गा का रूप लेना पडेगा। हड़ताल में शिवसेना उपराज्य प्रमुख पप्पू तिवारी, संगठन प्रमुख हेमराज आलू, ममला बाल्मीकि, राजबाई लोधी, कल्पना, रानी, रजनी, सुषमा जैन, शाहिन कुरैशी, बबीता भटनागर, गिरजाबाई, कबीता लोधी, ममता तिवारी, नीलमणि यादव, चन्द्रवती लोधी, सीमा पटैल, पार्वती शर्मा, ममता द्विवेदी, सुषमा तिवारी, बेबी चक्रवती, लक्ष्मी चौरसिया, मधु कोरी, शिल्पी कोरी, सोनम शर्मा, निधि चौरसिया, खेमा गुप्ता, किरण तिवारी, रामवती ठाकुर, चन्द्रवती लोधी, विमला साहू, सबीता रोहित, कमला पटैल, रेखा शुक्ला, रूकमणि अहिरवार, चन्द्रानी, नीतू सेन, मालती सोनी, लक्ष्मी कुर्मी, तारा लोधी, रामवती, रजनी लोधी, माया गौड जयंती, सुषमा पाण्डेय, सपना राय, सीमा अहिरवार, नीतू अहिरवार, नीतू कोरी, देशा द्विवेदी, रश्मि पाण्डेय, वंदना दुबे, निशा साहू, संध्या तिवारी, राजेश्वरी खटीक, सारिका श्रीवासतव, मनीषा चढार, सरोज खटीक, ज्योति विश्वकर्मा, सरोज खटीक, मालती जैन, रेखा बुधोलिया, सैकडों की संख्या में कार्यकर्ता/सहायिका उपस्थित थे।