स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 अंतर्गत नगर निगम द्वारा 6R के तहत् बनाये गये बर्तन बैंक, पुस्तक बैंक, थैला बैंक की ब्रांण्ड एम्बेसिडर द्वारा शुरूआत की गई मुहिम, नागरिकगण बर्तनों का उपयोग करने के बाद पुनः बर्तन बैंक में जमा करें- निगमायुक्त
सागर- दिनांक 12. 02.2022 स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के अंतर्गत नगर निगम द्वारा 6-R तहत् अटल पार्क में नेकी की दीवार, बर्तन बैंक, थैला, बैंक, पुस्तक बैंक आदि की स्थापना की गई है जिसका उद्देश्य नगर को प्लास्टिक मुक्त करने में सहायक सिद्ध हो क्योंकि वर्तमान में सार्वजनिक कार्यक्रमों में जिस प्रकार डिस्पोजल प्लास्टिक के बर्तनों का उपयोग एवं घर का सामान लाने में अमानक पॉलीथीन का उपयोग हो रहा है जो पर्यावरण के लिये बेहद घातक है इसलिये इन सभी के प्रयोग को रोकने हेतु लोगों में जागरूकता पैदा करने के उद्देष्य से बर्तन बैंक प्रारंभ किया गया है जिसका शुभारंभ अटल पार्क में पृथक से बनाये गये कक्ष में नगर निगम आयुक्त आरपी अहिरवार एवं स्मार्ट सिटी सीईओ राहुल सिंह की उपस्थिति में स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के ब्राण्ड एम्बेसिडर इंजी.प्रकाष चौबे, समाजसेवी डॉ.सुषील तिवारी, प्रकृति प्रेमी महेष तिवारी सहित कालोनाईजर अजय दुबे, गोलू रिछारिया, परषौत्तम चौरिसया द्वारा किया गया।
इस बर्तन बैंक का मुख्य धेय है कि आसपास रहने वाले निवासी अपने घरों में होने वाले सार्वजनिक कार्यक्रमों प्लास्टिक डिस्पोजल बर्तनों की जगह बर्तन बैंक में उपलब्ध स्टील के बर्तनों को ले जाकर उनका इस्तेमाल करें और इस्तेमाल करने के बाद उन्हें साफ करवाकर पुनः बर्तन बैंक में जमा कर दें ताकि वह अन्य लोगों के काम आ सके, इस बर्तन बैंक से बर्तन लेने हेेतु इच्छुक व्यक्ति उपयंत्री महादेव सोनी से संपर्क कर लें सकते है।
इस बर्तन बैंक, थैला बैंक, पुस्तक बैंक, नेकी की दीवार के प्रारंभ होने पर ब्राण्ड एम्बेसिडर सुशील तिवारी ने कहा कि- वर्तमान में डिस्पोजल प्लास्टिक बर्तन और अमानक पॉलीथीन पर्यावरण के लिये नुकसान दायक है इनसें प्रदूषण के साथ-साथ ही गंदगी होती है इसलिये नगर निगम आयुक्त श्री आर पी अहिवार द्वारा नवाचार कर समाजसेवियों के सहयोग से प्लास्टिक के बर्तनों के स्थान पर स्टील के बर्तनों का उपयोग करने हेतु नगर निगम द्वारा जो पहल की गई है वह सराहनीय है और शादी विवाह या सार्वजनिक कार्यो में नागरिक डिस्पोजल बर्तनों के स्थान पर इन स्टील के बर्तनों का उपयोग कर प्रदूषण को रोक सकते है जैसे इंजी.प्रकाश चौबे द्वारा अपनी कालोनी में किसी भी कार्यक्रम में स्टील के बर्तनों का ही उपयोग किया जाता है जो एक सकारात्मक सोच है अभी हाल में भी मकर संक्राति के अवसर पर भोला भोग कार्यक्रम में डिस्पोजल बर्तनों का उपयोग नही किया गया इस प्रकार हम सभी को अपनी सोच में बदलाव लाते हुये यू एण्ड थ्रो का प्रयोग जो पर्यावरण को नुकसान पहुॅचाता है उसके स्थान पर स्टील के बर्तनों का उपयोग करें।
इंजी.प्रकाश चौबे ने भी पॉलीथीन से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को बताते हुये कहा कि जब हम सुबह अपनी आवष्यकता की सामग्री को पॉलीथीन में लाते है, जो 75 माईक्रोन से कम होती है और वह नालियों में फेंकने से नाली चोक होती है और वह गलती भी नहीं है इसलिये हमारा प्रयास होना चाहिये कि जब भी हम बाजा जाये एक कपड़े का थैला साथ में लेकर जायें और उसी में फल-सब्जी आदि लेकर आये और अमानक पॉलीथीन का उपयोग बिल्कुल भी ना करें।
बिल्डर्स एवं समाजसेवी अजय दुबे ने इस बर्तन बैंक के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुये कहा कि हम सभी को प्लास्टिक पर रोक लगाना है जो पर्यावरण को नुकसान पहुॅचाता है इसलिये हमसब को मिलकर सागर में कुछ हटके करना है ताकि देष और प्रदेश में हमारे शहर का नाम हो और सार्वजनिक कार्यक्रम में खासकर आर्थिक रूप से कमजोर नागरिक प्लास्टिक के बर्तनों के स्थान पर स्टील के बर्तनों का उपयोग करें इसके लिये यह बर्तन बैंक प्रारंभ किया गया है।
प्रकृति प्रेमी महेश तिवारी ने पुस्तक बैंक को महत्वपूर्ण पहल बताते हुये कहा कि जो छात्र आर्थिक अभाव के कारण पुस्तकें नहीं खरीद पाते है तो वह यहॉ से पुस्तक ले जा सकते है और अध्ययन उपरांत पुनः उन्हें जमा करें और आम नागरिक जिनके घर में पुस्तकें है और वह नहीं पढ़ते है तो वह इस पुस्तक बैंक में जमा कर सकते है ताकि वह किसी छात्र-छात्राओं के पढ़ने के काम आ सकें।
इस अवसर सहायक यंत्री संजय तिवारी, उपंयत्री महादेव सोनी, गौरव राजपूत, रोमिल जैन, अरविंद सोनी सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
ख़बर – ✍️गजेंद्र ठाकुर -9302303212