मध्य प्रदेश के पंचायत चुनावों में पिछडे वर्गों के आरक्षण को लेकर बवाल थमने का नाम नही ले रहा हैं तमाम गैर राजनेतिक संगठनों ने भी अपने अपने मोर्चे खोल दिये हैं इसी बीच सरकार भी इस मामलें में बेटफुट पर नजर आ रही हैं
भाजपा नेत्री और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भरती का ताजा बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहाँ कि- इस दुविधा को देखकर कुछ समय के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने यह पंचायत चुनाव निरस्त किए हैं, इसके लिए मुख्यमंत्री जी एवं सरकार का अभिनंदन जब मैंने कुछ दिनों पहले अपने बयान में यह सुझाव दिया था तब सोशल मीडिया पर कुछ टिप्पणियों से ऐसा लगा कि मैं एक हिंदुत्ववादी राष्ट्रवादी नेता हूं तो मैं पिछड़ा वर्ग की बात क्यों करती हूं। इसलिए मेरा इस पक्ष पर प्रकाश डालना जरूरी है मैं 6 साल की उम्र से हिंदू संस्कृति का प्रचार करने लगी तथा 20 साल की उम्र आते-आते भारत के अलावा दुनिया के महत्वपूर्ण 60 देशों में भी हिंदू धर्म संस्कृति का प्रचार एवं प्रसार किया फिर भाजपा नेताओं के आग्रह पर मैं राजनीति में तथा बीजेपी में आई।
भाजपा की दो महत्वपूर्ण चिंतन बैठकें हुई एक विरार (महाराष्ट्र) की दूसरी सरिस्का (राजस्थान) की हुई जिनमें मैं भी शामिल थी। चिंतन का निचोड़ यह था कि भाजपा एक राष्ट्रवादी पार्टी होते हुए भी पिछड़े वर्गों एवं दलित वर्गों के लोग भाजपा को बहुत कम वोट देते हैं जबकि देश में इनकी संख्या 70% से ज्यादा है इन्हीं दो बैठकों में यह निर्णय हुआ कि हमारे देश को मजबूत बनाने के लिए भाजपा को मजबूत बनाना जरूरी है और फिर हिंदू, हिंदुस्तान और भाजपा को मजबूत करने के लिए सभी वर्गों को साथ लेने की जिम्मेवारी हम सब नेताओं को सौंपी गई। पिछड़े वर्ग एवं दलित वर्ग पुरातन काल से निष्ठावान राम भक्त हिंदू रहे हैं किंतु कमी यह थी कि उनके भाजपा से आत्मीय संबंध नहीं थे जो हमसे शुरू हुए और मोदी जी पर जाकर इसकी पूर्ण आहुति हुई।
फिर तो मेरा पिछड़े वर्ग का होना, लोधी समाज का होना भाजपा की एक अतिरिक्त ताकत बन गया एवं पिछड़े वर्ग भाजपा से जुड़ते गए भाजपा शक्तिशाली होती गई एवं उसी शक्ति की धारा का एक महासागर बन जाना श्री Narendra Modi जी का प्रधानमंत्री बन जाना था अब भाजपा को कोई कमजोर नहीं कर सकता क्योंकि पूरी दुनिया के सामने यह बात स्पष्ट हो गई है कि मोदी जी भी पिछड़े वर्ग के हैं इसीलिए अब तो सभी पिछड़े एवं दलित वर्ग भाजपामय हो गए हैं। मेरी राजनीति की यात्रा और भाजपा की जीवन यात्रा साथ ही शुरू हुईं और मेरे साथ पिछड़े वर्ग तथा लोधी समाज के लोग भाजपा से मजबूती से जुड़े। हिंदुत्व को, हिंदुस्तान को तथा भाजपा को शक्तिशाली बनाए रखने के लिए इन वर्गों के हितों की बात खुलेआम बोलनी पड़ेगी इसलिए मैं पिछड़े वर्गों की बात बोलना अपना राष्ट्रीय कर्तव्य मानती हूं तथा यह मैं हमेशा करूंगी यदि मैंने पिछड़ों के हित में बोलना छोड़ दिया तो इस देश को, भाजपा को तथा हिंदुत्व को भारी नुकसान होगा।इसलिए मैं पिछड़े वर्गों के हितों पर हमेशा बोलूंगी ताकि हिंदुत्व हिंदुस्तान एवं भाजपा मजबूत रहें।