बीएमसी में 200 बिस्तरों पर ऑक्सीजन,रोज 3 हजार टेस्ट कमिश्नर शुक्ला

बीएमसी में 200 बिस्तरों पर ऑक्सीजन व्यवस्था सुनिश्चित की जाए,कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर की समीक्षा ,प्रतिदिन 3000 से अधिक व्यक्तियों की करें आरटीपीसीआर जांच,सभी जिम्मेदार व्यक्तियों की कार्यों की समीक्षा की जाएगी,बीएमसी में पीएसी प्लांट होगा स्थापित,बीएमसी अस्पताल में बिजली व्यवस्था और फायर उपकरणों की नियमित जांच करें
-संभागायुक्त श्री शुक्ला
सागर 30 नवम्बर 2021सागर संभाग के कमिश्नर  मुकेश शुक्ला ने बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) में 200 और बिस्तरों पर ऑक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 3000 से अधिक व्यक्तियों की आरटीपीसीआर जांच की जाए। बीएमसी के समस्त कार्यों के प्रत्येक प्रभारी और जिम्मेदार व्यक्तियों के कार्यों की समीक्षा की जाये। बीएमसी में एक अतिरिक्त ऑक्सीजन पीएसी प्लांट स्थापित किया जाए एवं बिजली व्यवस्था और फायर उपकरणों की नियमित जांच करें। संभाग के कमिश्नर एवं बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष श्री मुकेश शुक्ला ने कलेक्टर श्री दीपक आर्य की उपस्थिति में आयोजित बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के विभिन्न कार्यों की समीक्षा बैठक कर रहे थे। कमिश्नर श्री मुकेश शुक्ला ने बैठक में प्रमुख रूप से मेडिसिन व शिशु रोग विभाग, ओपीडी, आईपीडी, दवाइयों की स्थिति, बायोलॉजी लैब ,ऑक्सीजन की उपलब्धता एवं फायर सेफ्टी एवं इलेक्ट्रिकल ऑडिट की समीक्षा की।
कमिश्नर श्री शुक्ला ने चिकित्सकों से कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के संबंध में भी चर्चा की एवं आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए । मुकेश शुक्ला ने अस्पताल के शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एसएनसीयू), आईसीसीयू और अन्य वार्डों का निरीक्षण कर विद्युत व्यवस्था तथा चिकित्सा उपकरणों को दुरूस्त रखने के निर्देष दिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल की बिजली व्यवस्था और फायर उपकरणों का संचालन व संधारण करने वाले अधिकारी-कर्मचारी उनकी नियमित रूप से जांच करें। खराब या टूट-फूट वाले उपकरण तथा विद्युत लाइनों को तत्काल सुधरवाया जाए।
श्री मुकेष शुक्ला ने कहा कि बिजली की लाइनों और विद्युत उपकरणों तथा आग बुझाने के संयंत्रों के नियमित निरीक्षण के लिए शीघ्र ही एक समिति गठित होगी। समिति अस्पताल के प्रत्येक वार्ड और अन्य स्थलों का निरीक्षण कर सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट की भी समीक्षा करेगी। उन्होंने षिषु गहन चिकित्सा इकाई की दोनों यूनिट इन बोर्न और आउट बोर्न का निरीक्षण कर बिजली उपकरणों तथा अग्निषमन संयंत्रों तथा विद्युत व फायर व्यवस्था सम्हाल रहे अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली। श्री शुक्ला ने कहा कि नियमित जांच में यह देखा जाए कि किसी उपकरण या विद्युत लाइन में स्पार्किंग तो नही हो रही है या वे सही ढंग से कार्य नही कर रहे है। कमिष्नर ने पाया कि आग बुझाने के संयत्र हाईडेंट को चालू हालत में है । श्री शुक्ला ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि अस्पताल का फायर सिस्टम अपडेट है तथा सभी हाईडेंट और दो जॉकी पम्प चालू है।
श्री शुक्ला ने अधिकारियों से अस्पताल के उपकरणों के सुचारू संचालन के लिये बिजली की उपलब्धता (विद्युत लोड) की जानकारी भी ली। श्री शुक्ला ने बताया कि अस्पताल के उपकरणों के संचालन के लिए जितनी बिजली की आवष्यकता है, उससे अधिक उपलब्ध है।
श्री शुक्ला ने आग लगने जैसी आपात स्थिति पर काबू पाने के लिए पानी का पर्याप्त इंतजाम रखने को कहा है। आईसीसीयू के कमिष्नर ने खराब एयर कंडीषनर को तत्काल हटाने या दुरूस्त करवाने के निर्देष दिए। उन्होंने कहा कि शिशु वार्डों सहित अन्य वार्डों में बिजली फिटिंग दुरूस्त रखी जाए, कहीं भी बिजली के तार खुले न रहे। विद्युत से जुड़े सभी उपकरणों की जांच की जाए तथा जो खराब है, उन्हें तत्काल ठीक करवाया जाए।
कलेक्टर दीपक आर्य ने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सहित जिला चिकित्सालय में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया। कमिश्नर ,कलेक्टर की बैठक में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से जुड़े अधिकारी और चिकित्सक भी उपस्थित थे। समीक्षा बैठक में नगर निगम कमिश्नर श्री आरपी अहिरवार, डीन डा. आर.एस. वर्मा और अधीक्षक डा. एस.के. पिप्पल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. श्री सुबोध, सिविल सर्जन डॉ ज्योति चौहान ,डॉ तल्हा साद, डॉ उमेश पटेल ,पीडब्ल्यूडी के हरिशंकर जायसवाल ,पीआईयू के  परस्ते भी मौजूद थे।

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