आज राजनैतिक बाजारबाद में गांधी कि प्रासंगिकता बड जाती है- पी सी शर्मा
सागर/02/10/21 जिला कांग्रेस कमेटी बूथ प्रबंधन द्वारा बढती हिंसा एवं गांधी कि प्रासंगिकता विषय पर परिचर्चा,बूथ सिपाही सम्मान एवं पुरानी गल्ला मंडी स्थिति गांधी मंदिर में वैष्णव जन ते तेने कहिये भजन करने के बाद कार्यक्रम का समापन हुया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व मंत्री एवं सागर प्रभारी श्री पी सी शर्मा एवं अति विशिस्ठ अतिथि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी बूथ प्रवंधन विभाग के प्रदेश अध्यक्ष श्री मिर्जा नूर बेग, कार्यक्रम कि अध्यक्षता श्रीमती रेखा चौधरी एवं विशिष्ठ अतिथि द्वय श्री स्वदेश जैन गुड्डू भैया ग्रामीण जिलाध्यक्ष व श्री पुरुषोत्तम मुन्ना चौबे रहे । कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र चौधरी व जिला कांग्रेस के प्रवक्ता आशीष ज्योतिषी रहे ।
कार्यक्रम कि शुरूआत गांधी जी कि प्रतिमा पर अतिथियों द्वारा सूत कि माला चढाते हुए हुई । तत्पश्चात स्वागत भाषण कार्यक्रम के सूत्रधार एवं प्रसाशनिक महासचिव श्री प्रदीप पाण्डेय दिया । बढती हिंसा एवं गांधी कि प्रासंगिकता विषय पर हुए वक्तव्य में श्री पी सी शर्मा वर्तमान अस्थिरता के दौर में जहाँ एक ओर कोविड-19 जैसी महामारी ने लोगो को हताशा और बेहाल किया वही दूसरी तरफ जैसे देश कि सरकार खुद देश के लिए एक बहुत बड़ी आपदा है जहाँ घृणा,जाति-पांति का जहर घोला जा रहा है ऐसे में गांधी कि प्रासंगिकता अत्यधिक बड जाती है, आज जहाँ राजनैतिक बाजारबाद बढ़ गया है ऐसे में गांधी कि प्रासंगिकता और भी बड जाती है । बूथ प्रवंधन विभाग के प्रदेश अध्यक्ष श्री मिर्ज़ा नूर बेग ने कहा कि अब प्रश्न यह नहीं उठता कि गांधीवाद है क्या ? अपितु वर्तमान में पूरे विश्व को हथियारों कि नहीं गांधी के आचरण को अपनाने कि आवाश्यकता है । कार्यक्रम अध्यक्ष रेखा चौधरी ने कहा आज गांधी के कल्याणकारी आदर्शों का स्थान असत्य,अवसरवाद,धोखा,चालाकी,लालच व स्वार्थपरता जैसे संकीर्ण विचारों द्वारा लिया जा रहा है तो समाज सहिष्णुता,प्रेम,मानवता,भाईचारे,जैसे उच्च आदर्शो को विस्मृत करता जा रहा है ऐसे में गांधी कि प्रासंगिकता महत्वपूर्ण हो जाती है ।वही मुख्या वक्ता श्री सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि गांधी जी धर्म व नैतिकता में अटूट विश्वास रखते थे लेकिन उनके लिए प्रथाओं व आडम्बरों कि सीमा में बंधा हुआ नहीं वरन आचरण कि एक विधि थी । आज धर्म के नाम पर जिस तरह से पूरे देश को धंधा बना कर रख दिया है वह देश के लिए घातक है गांधी जी साध्य और साधन दोनों कि शुद्धता पर बल देते थे आज महगाई,बेरोजगारी,किसानों कि समस्या ने जहाँ देश कि जनता का दम तोड़ रखा रहा वही, आपस में एक दूसरे को लड़ाया जा रहा है नफरत फैलाई जा रही है ऐसी जगह गांधी के विचारों को अपनाने कि आवश्यकता है ।दूसरी ओर आशीष ज्योतिषी ने कहा कि गांधीवादी दर्शन न केवल राजनितिक,नीतिक और धार्मिक भी है बल्कि पारंपरिक आधुनिक होने के साथ जटिल भी है गांधी जी ने आज़ादी कि लड़ाई के साथ हिंसा कि संस्कृति ही कायरता है जिसका परिचय आजकल हरदिन अखबारों,न्यूज़ चेनलों,सोसल मिडिया के माध्यम से लगातार मिलता जा रहा है ऐसे गांधी वैश्विक रूप से प्रासंगिक है ।कार्यकारी अध्यक्ष श्री पुरुसोत्तम मुन्ना चौबे ने पार्टी में गांधी के विचारों को संवेदनशीलता के साथ समझने व बूथ ओ मजबूत करने पर अपने उद्गारों समाहित किया ।
बूथ के सिपाही सम्मान कुंजी लाल लडिया,मनोज पवार,प्रदीप धामेचा,नरेन्द्र मिश्रा,दुर्गेश प्रजापति,रामजी सेन,महादेव सेन,ऋषि शुक्ला,पप्पू गोस्वामी,मुरलीधर चौधरी,जगदीश अहिरवार,शिवराम विश्वकर्मा,अजीत कुर्मी,पप्पू सेंगर,नरेन्द्र मुक्कदम,रजिया खान सेवादल अध्यक्ष, कु,रिचा राजपूत बीना को दिया गया ।
मंचीय कार्यक्रम का आभार जिलाध्यक्ष श्री पवन केशरवानी ने करते हुए गांधी मंदिर तक वाहन रैली द्वारा चलने का आग्रह किया तदुपरांत गांधी मंदिर पहुंचकर सभी ने वैष्णव जन ते तेने कहिये पीर पराई जाने रे ‘’ गाकर समापन किया इस दौरान डॉ दिनेश पटेरिया,महेश जाटव,शुभम कुशवाहा,अमन जैन,दीनदयाल तिवारी,लीधर सूर्यवंशी,शहडोल से पधारे श्री अजय सिंह,भोपाल जिलाध्यक्ष देवेन्द्र मार्स्कोले,होशंगाबाद जिलाध्यक्ष अभिषेक पटेल,नरसिंहपुर जिलाध्यक्ष गौरव विश्वकर्मा,अमित चौरसिया,कृष्णा सोनी,जीशान खान,राजू दुबे,पप्पू पठान,शरद पुरोहित,अतुल नेमा,भय्यन पटेल,आदिल राईन,शौकत अली,सादिक राईन, ताहिर खान,इरशाद पप्पू,कु,रिचा राजपूत बीना,आनद हेला समेत सैकड़ों लोग उपस्थित ।