डॉक्टर हरिसिंह गौर परिवार और रेलवे कॉलोनी के बच्चों के बीच एक टायक्वोंडो प्रतियोगिता का आयोजन सम्पन्न
सागर। तायक्वोंडो सबसे व्यवस्थित और वैज्ञानिक कोरियाई पारंपरिक मार्शल आर्ट में से एक है, और शारीरिक लड़ाई कौशल से अधिक सिखाता है। जो क़ि फिजिकल फाइटिंग से ज्यादा स्किल्स सिखाता है। यह एक अनुशासन है जो हमारे शरीर और दिमाग को प्रशिक्षित करके हमारी आत्मा और जीवन को बढ़ाने के तरीके दिखाता है। आज यह एक वैश्विक खेल बन गया है जिसने अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त की है, और ओलंपिक में आधिकारिक खेलों में से एक है। अगर हम तायक्वोंडो शब्द के अर्थ पर करीब से नज़र डालें तो यह तीन भागों से बना है जैसा कि अंग्रेजी वर्तनी में दिखाया गया है, हालांकि यह कोरियाई में एक शब्द है। “ताए” का अर्थ है “पैर,” “पैर,” या “आगे बढ़ना”; “क्वोन” का अर्थ है “मुट्ठी,” या “लड़ाई”; और “करो” का अर्थ है “रास्ता” या “अनुशासन।” यदि हम इन तीनों भागों को एक साथ रखते हैं, तो हम “ताए क्वोन डू” के पीछे दो महत्वपूर्ण अवधारणाएँ देख सकते हैं। अर्थात ‘मुट्ठी और पैर’ या शरीर के सभी हिस्सों का उपयोग करने का सही तरीका है जो मुट्ठी और पैरों द्वारा दर्शाए जाते हैं। पहला यह क़ि अपनी मुट्ठी को नियंत्रण में रखना और दूसरा, यह झगड़े को नियंत्रित करने या शांत करने और शांति बनाए रखने का एक तरीका है। इस प्रकार ताइक्वांडो का अर्थ है “झगड़ों को रोकने और बेहतर और अधिक शांतिपूर्ण दुनिया बनाने में मदद करने के लिए शरीर के सभी हिस्सों का उपयोग करने का सही तरीका।”
इसी खेल भावना के साथ इसी क्रम को आगे बढ़ते हुए डॉक्टर हरिसिंह गौर परिवार और रेलवे कॉलोनी सागर के बच्चों के बीच एक टायक्वोंडो प्रतियोगिता का आयोजन, अब्दुल गनी खान स्टेडियम में दिनांक ९ अक्टूबर २०२१ को हुआ। इस खेल प्रतियोगिता में ६ वर्ष से लेकर १८ वर्ष तक क़ि आयु वाले प्रतिभगियों ने भाग लिया। सभी आयु के प्रतिभागियों ने बहुत ही रोमांचक खेल का प्रदर्शन किया। यह भी देखने में आया क़ि इस खेल प्रतियोगिता में भी बेटियों ने बहुत ही शानदार प्रदर्शन करते हुए मां नवदुर्गा के पर्व को और भी पावन कर दिया। पहला मुकाबला बहुत ही रोचक था जो मिस्टर क्सक्स और यय के बीच हुवा। इस प्रकार डॉक्टर हरिसिंह गौर परिवार के बच्चों द्वारा बेहतर खेल प्रतिस्पर्धा का चित्रण हुवा और पहला स्थान प्राप्त किया तथा कर चैंपियन ट्रॉफी को अपनी झोली में ले आये। रेलवे कॉलोनी सागर परिवार के बच्चों को द्वितीय स्थान प्राप्त हुवा।
प्रतियोगिता के दौरान उपस्थित मुख्या अथिति स्पोर्ट्स डायरेक्टर प्रोफेसर रत्नेश दास, विशिस्ट अतिथि बृजेश पांडेय , प्राचार्य केंद्रीय विद्यालय क्रमांक ४, समशाद, रैलवे बोर्ड सेक्रेटरी, डॉक्टर सुमन पटेल, असिस्टेंट डायरेक्टर खेल विभाग, डॉक्टर राकेश सैनी, डॉक्टर पंकज सिंह , डॉक्टर रेखा , डॉक्टर उत्सव आनंद , डॉक्टर केशव टेकाम , डॉक्टर विवेक दुबे, डॉक्टर गिरीश, डॉक्टर पवन शर्मा, कृष्णा कुमार, डॉक्टर अरविन्द, डॉक्टर हेमंत, डॉक्टर महेंद्र आदि उपस्थित अतिथियों ने सभी बच्चों का अपने अपने वक्तब्यों से उत्साह वर्धन किया। कार्यक्रम में उपथित सभी अभिभावकों ने खेल का आनदं लिया और इस खेल आयोजन की सफलता के लिए सभी को धन्यवाद दिया तथा इस खेल के आयोजक कोच फैज़ान खान और कोच ऋषि राजपूत की अत्यंत सराहना की फैज़ान खान और ऋषि राजपूत ने डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्ववविद्यालय को इस खेल को संपन्न कराने की अनुमति के लिए हार्दिक आभार प्रकट किया। डॉक्टर महेंद्र बाथम ने मंच संचालन किया तथा डॉक्टर वंदना विनायक ने सभी का आभार प्रकट किय।
गजेंद्र ठाकुर की खबर -9302303212