गरबा का शाब्दिक अर्थ है गर्भ दीप गर्भ दीप को स्त्री के गर्भ की सृजन शक्ति का प्रतीक माना गया है इसी शक्ति की मां दुर्गा के स्वरूप में पूजा की जाता है
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=GzNDAY7_A5M[/embedyt]
गरबा सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है और अश्विन मास की नवरात्रों को गरबा नृत्योत्सव के रूप में मनाया जाता है। नवरात्रों की पहली रात्रि को गरबा की स्थापना होती है। फिर उसमें चार ज्योतियाँ प्रज्वलित की जाती हें। फिर उसके चारों ओर ताली बजाती फेरे लगाती हैं।
गरबा नृत्य में ताली, चुटकी, खंजरी, डंडा, मंजीरा आदि का ताल देने के लिए प्रयोग होता हैं तथा स्त्रियाँ दो अथवा चार के समूह में मिलकर विभिन्न प्रकार से आवर्तन करती हैं और देवी के गीत अथवा कृष्णलीला संबंधी गीत गाती हैं। शाक्त-शैव समाज के ये गीत गरबा और वैष्णव अर्थात् राधा कृष्ण के वर्णनवाले गीत गरबा कहे जाते हैं आइए मप्र के सागर शहर में इन दिनों देवी आराधना का प्रतीक माने जाने वाले गरबा आयोजनों पर क्यों रोक लगाई गई और फिर रोक लगाई गई है तो नियम विरुद्ध चल रहे इस होटल प्रांगण में गरबा आयोजन की मंजूरी कैसे मिल गयी
मामला मप्र सागर के होटल क्राउन पैलेस प्रांगण चल रहे गरबा समारोह का हैं जहाँ कल हुए गरबा महोत्सव में फिल्मी गीतों के विरोध में जनाक्रोश सोशल मीडीया पर देखा गया बता दें आक्रोश इतना अधिक हैं कि तमाम सोशल मीडीया मंचो पर आयोजन और प्रशासन की किरकिरी हो रही हैं आज हिन्दू संगठन जय महाकाल के पदाधिकारियों ने होटल क्राउन पहुँचकर इस बात का कड़ा विरोध किया जिसके कारण होटल के मालिक राहुल साहू ने सभी से क्षमा माँगी और आगे से इस तरह के फिल्मी गानों से आयोजन को दूर रखने की बात कहीं अब सवाल यह उठता हैं कि जिला प्रशासन ने कमर्शियल गरबा आयोजनों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा रहॉ है साथ ही होटल आदि से दूर निजी सोसाइटी वार्ड कॉलोनी में गरबा आयोजन हो सकता है तो फिर वीडियो में होटल क्राउन पैलेस भी दिखाई दे रही है और टिकट काटने वाली व्यवस्था भी इसका मतलब प्रशासन धृतराष्ट्र बना हुआ है साथ कि कोरोना गाइडलाइंस की धज्जिया उड़ती भी साफ देखी जा सकती है
संगठन ने बताया कि- आज शाम जय महाकाल हिन्दू संगठन होटल क्राउन पहुँचा और मामलें और पर बात की आयोजक ने अपनी गलती मानी और फूहड़ गानों को आइंदा न चलाने की बात कहीं।
गजेंद्र ठाकुर की ख़बर -9302303212