कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों की स्क्रीनिंग कर पोषण पुनर्वास केंद्रों में भर्ती कराएं – कलेक्टर आर्य
एनआरसी में लक्ष्य के अनुसार हो भर्ती
सागर-
कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराकर इलाज प्रारंभ कराएं। साथ ही सभी एनआरसी (पोषण पुनर्वास केंद्र) में लक्ष्य के अनुसार भर्ती भी सुनिश्चित करें। उक्त निर्देश कलेक्टर दीपक आर्य ने महिला बाल विकास की समीक्षा बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी और बाल विकास परियोजना अधिकारियों को दिए।
उन्होंने कहा कि, फील्ड स्तर पर सुपरवाइजर की भूमिका महत्वपूर्ण है। सभी सुपरवाइजर अपने सेक्टर में भ्रमण कर कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चे को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की मदद से चिन्हित करें साथ ही परिवार जनों को भी समझाइश दें।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश बौद्ध, महिला बाल विकास अधिकारी श्रीमती रचना बुधौलिया सहित समस्त सीडीपीओ, बीएमओ एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर दीपक आर्य ने महिला बाल विकास की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि, कुपोषण से मुक्ति अभियान के लिए कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों की स्क्रीनिंग करें , स्क्रीनिंग में सर्वप्रथम उनका वजन, उम्र और लंबाई मापकर उनका आवाश्यक उपचार प्रारंभ करें। उन्होंने कहा कि, स्वास्थ्य विभाग, आशा कार्यकर्ता , एएनएम ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आवाश्यक निर्देश देकर कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों की सही पहचान कर एनआरसी में भर्ती कराएं।
कलेक्टर आर्य ने कहा कि उन आंगनबाड़ी एवं आशा कार्यकर्ताओं को भी चिन्हित करें जिनकी प्रगति लक्ष्य के अनुसार नहीं है। लक्ष्य के अनुसार कार्य न करने वाली कार्यकर्ताओं पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जावे। अच्छा कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया जाए । कलेक्टर आर्य ने कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों की स्क्रीनिंग कर उन्हें जिले में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्रों में भर्ती कराएं।