इंजीनियरों को अपने-अपने वार्डो में जीर्ण शीर्ण भवनों की सतत् निगरानी रखने के दिये निर्देश
सागर-
नगर निगम आयुक्त आर.पी.अहिरवार के निर्देशानुसार लगातार हो रही बारिश को देखते हुये कार्यपालन यंत्री, सहायक यंत्री एवं उपयंत्रियों द्वारा अपने-अपने वार्ड में लगातार भ्रमण कर क्षतिग्रस्त और जीर्णशीर्ण भवनों की सतत् निगरानी की जा रही है और उसमें रहने वालो रहवासियों को समझाईस भी दी जा रही है कि वह उस मकान को स्वयं गिरा लें जिससे कोई जनहानि न हो नही ंतो निगम द्वारा ऐसे भवन को गिराने की कार्यवाही की जायेगी और ऐसे भवनो को निगम के इंजीनियरों द्वारा चिन्हित कर उसकी जानकारी नगर निगम को उपलब्ध करायी जा रही है साथ ही दो प्रचार वाहनों द्वारा भी सभी वार्डो में मुनादी भी करवायी जा रही है।
इसी प्रकार परकोटा वार्ड में स्थित जीर्ण शीर्ण भवन को निगम इंजीनियरों की टीम ने जाकर चिन्हित कर खाली कराया है जिसे निगम द्वारा गिराने की कार्यवाही की गई है ताकि कोई जनहानि न हो इसी प्रकार रामपुरा, कटरा, भगवानगंज, दयानंद वार्ड सहित अन्य वार्डो में क्षतिग्रस्त भवनों को इंजीनियरों द्वारा चिन्हित किया गया है तथा उसमें रहने वाले रहवासियों को मकान खाली करने के निर्देश दिये गये है।
दूसरी ओर निगमायुक्त आर.पी.अहिरवार के निर्देशानुसार शहर के संजय ड्राईव मार्ग जिसपर मिट्टी होने से फिसलन हो रही है उसको भी जे.सी.बी.मशीन से साफ कराया जा रहा है ताकि वाहन चालकों को असुविधा न हो इसी प्रकार अन्य इंजीनियरों द्वारा भी मुख्य मार्गो की सफाई के कार्य कराये जा रहे है साथ ही उनके द्वारा कहीं यदि पानी एकत्रित होेने की संभावना है तो ऐसे स्थानों को चिन्हित कर पानी निकासी की भी व्यवस्था भी जा रही है।
इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त आर.पी.अहिरवार ने अपील की है कि ऐसे भवन स्वामी एवं उसमें निवास करने वाले अधिवासी जिसमें वे निवास करते है उस भवन का कोई हिस्सा दीवार मुड़ेर, छप्पर, बालकनी अथवा पूरा भवन क्षतिग्रस्त या जीर्णशीर्ण स्थिति में और जिससे जनहानि होने की संभावना है तो ऐसे भवन स्वामी एवं उसमें रहने वाले नागरिक क्षतिग्रस्त, भवन को तत्काल स्वयं गिरा लें या आवश्यकता अनुसार उसकी मरम्मत कराकर उसे सुरक्षित करा लंे और उसकी सूचना नगर निगम को आवश्यक रूप से दें, अन्यथा ऐसा ना करने की स्थिति में ऐसे भवन स्वामी या उसमें रहने वाले रहवासियों के विरूद्व नगर निगम द्वारा वैधानिक कार्यवाही की जायेगी साथ ही किसी भी प्रकार से ऐसे भवन से दुघर्टना होेने तथा जन धन की हानि होने पर संबंधित भवन स्वामी एवं उसमें रहने वाले अधिवासी का पूर्ण उत्तर दायित्व होगा।