प्याज उत्पादकों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उपयुक्त बाजार उपलब्ध कराया जाएगा-कलेक्टर सिंह
केंद्र सरकार की अमृत महोत्सव योजना में मध्यप्रदेश की तीन जिलों में सागर शामिल
सागर में 9000 हेक्टेयर से अधिक रकवा में हो रहा प्याज का उत्पादन
सागर
सागर प्याज उत्पादकों के लिए आत्मनिर्भर बनाने के लिए सागर जिले में उपयुक्त बाजार उपलब्ध कराया जाएगा। उक्त निर्देश कलेक्टर दीपक सिंह ने एग्रीकल्चर प्रोडक्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी वर्चुअल कान्फ्रेंस के माध्यम से विभिन्न अधिकारियों को दिए।
इस अवसर पर उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक एस के रेजा,क़ृषि विभाग के उपसंचालक बी एल मालवीय,कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक ए के त्रिपाठी ,लीड बैंक मैनेजर दीपेंद्र यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर दीपक सिंह ने निर्देश दिए हैं कि सागर जिले में प्याज उत्पादकों के लिए उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए उपयुक्त बाजार उपलब्ध कराया जाएगा इसके लिए शीघ्र ही विस्तृत कार्ययोजना बनाने के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि सागर की प्याज की पहचान के लिए ब्रांडिंग भी की जाएगी।
उन्होंने निर्देश दिए कि समस्त प्याज उत्पादकों की उद्यानिकी विभाग के माध्यम से पंजीयन किए जाएं वह सूची तैयार की जाए। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के माध्यम से तकनीकी मार्गदर्शन लेने के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जावे। जिसमें जिले के प्याज उत्पादकों को आमंत्रित किया जाए।
कलेक्टर सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार की आत्मनिर्भर अमृत महोत्सव योजना के तहत मध्य प्रदेश में 3 जिलों का चयन किया गया है जिसमें सागर, दमोह और इंदौर शामिल है। उन्होंने बताया कि सागर में 9927 हेक्टेयर रकवा में प्याज का उत्पादन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्याज का उत्पादन बढ़ाने के लिए महिला स्व सहायता समूह की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्याज की विभिन्न प्रकार की किस्मों की जानकारी लेकर प्रशिक्षण में प्रस्तुत की जावे।