राज्य आपदा नियंत्रण एवं निगरानी व्यवस्था
सागर –
म.प्र . शासन द्वारा राज्य में विभिन्न आपदाओं की निगरानी एवं नियंत्रण हेतु स्टेट डिजास्टर कमांड एवं कण्ट्रोल सिस्टम की स्थापना की गई है । यह व्यवस्था राज्य में विभिन्न प्रकार की आपदा / संकट अथवा आपातकालीन समय की स्थिति से निपटने के लिए लाइव निगरानी , नियंत्रण , जानकारी प्राप्त करना एवं जानकारी अनुसार सही निर्णय लेने में सहयोग प्रदान करेगा । इस सिस्टम के अंतर्गत राज्य एवं जिला स्तर पर निम्न अनुसार डिजास्टर कमांड एवं कण्ट्रोल सिस्टम स्थापित किए गए है।
राज्य स्तर : एसडीईआरएफ अंतर्गत होमगार्ड द्वारा भोपाल में संचालित स्टेट डिजास्टर कमांड एंड कण्ट्रोल सेंटर स्थापित किया गया है । वल्लभ भवन में स्थापित स्टेट सिचुएशन रूम स्थापित किया गया है ।
जिला स्तर : प्रत्येक जिले में डिस्ट्रिक्ट कमांड एंड कण्ट्रोल कॉल सेंटर स्थापित किये जा रहे हैं । पायलेट व्यवस्था अंतर्गत जिला – सीहोर , रायसेन एवं होशंगाबाद में जिला स्तरीय कॉल सेंटर प्रारंभ किये जा चुके हैं , शेष जिलों में 1 अगस्त तक कार्य प्रारंभ हो जाएगा । इसके अतिरिक्त प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली ( अर्ली वार्निंग सिस्टम ) भी विकसित किया गया है , जो बांधों नदी के जल स्तर , जल संसाधन विभाग , मौसम विज्ञान विभाग एवं अन्य केंद्रीय और राज्य की विभिन्न एजेंसियों द्वारा वर्षा एवं बाढ़ सम्बन्धी इनपुट प्राप्त करेगी एवं सम्बंधित अधिकारीयों / व्यक्तियों को सूचना एवं चेतावनी प्रेषित करेगी । राज्य सिचुएशन रूम , वल्लभ भवन में प्रारंभिक स्तर पर 16 डिजिटल फीड प्राप्त किया जा रहा है , जिसमें विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों की जैसे धार्मिक स्थल उज्जैन एवं ओंकारेश्वर , 7 स्मार्ट सिटी के आईसीसीसी, सभी बिजली वितरण कंपनियां , 62 शहरों से ट्रैफिक ( आईटीएमएस) एवं सीसीटीवी इनपुट , राज्य की जेलें एवं डायल 100 , 108 वाहनों की लाइव लोकेशन ट्रैकिंग आदि का लाइव फीड प्रसारित किया जा रहा है ।
सिचुएशन रूम अन्य आपातकालीन सेवाओं जैसे – डायल 108 , डायल 100 और सीएम हेल्पलाइन के साथ पूर्ण रूप से इंटीग्रेट किया गया है । वांक्षित स्थानों से ड्रोन फ़ीड के माध्यम से लाइव विडियो प्रसारण की सुविधा भी वल्लभ भवन सिचुएशन रूम में उपलब्ध कराई गयी इसमें जिलों और विभागों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा भी है ।
मुख्यमंत्री एवं उच्च स्तरीय अधिकारी गण किसी भी आपदा की स्थिति में एक स्थान पर बैठे – बैठे पुरे घटनाक्रम / स्थानीय स्थिति की वास्तविक स्थिति की लाइव विडियो एवं इमेज फीड देख सकते हैं एवं सिचुएशन रूम से ही निर्देश जारी कर सकते हैं । इसी तरह , जिला स्तर पर डीसीसीसी, आपदा एवं आपातकालीन स्थिति में जिला स्तरीय कॉल सेंटर के रूप में उपयोग किया जायेगा जहाँ फील्ड स्तर से व्हाट्सएप विडियो कॉल / ड्रोन / फेसबुक लाइव के माध्यम से विडियो प्रसारित किये जाने की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
यह शासन के लिए नर्व सेंटर के रूप में कार्य करेगा , जिससे कलेक्टर और अन्य पदाधिकारियों को जानकारी प्राप्त करने एवं स्थिति को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी । सामान्य समय के दौरान , डीसीसीसी सूचना प्रदान करने , शिकायतों को दर्ज करने एवं नागरिकों की प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए सीएम हेल्पलाइन के विस्तार के रूप में बहुत उपयोगी होगा । डीसीसीसी तीन जिलों होशंगाबाद , सीहोर और रायसेन में पायलट परियोजनाओं के रूप में प्रारंभ किया जा चुका है । ग्राउंड ऑपरेशन 52 ईओसी, 272 डीआरसी और 93 क्यूआरटी द्वारा निष्पादित केए जाएंगे , जिसमें होम एवं एसडीईआरएफ द्वारा समन्वित लगभग 5500 कर्मचारी शामिल होंगे । नागरिकों को आने वाली आपदाओं के बारे में एसएमएस अलर्ट की सुविधा भी है ।