सागर विश्वविद्यालय एवं समाजशास्त्र मानवशास्त्र के कोहिनूर हैं प्रो श्यामाचरण दुबे– प्रो दिवाकर सिंह राजपूत
सागर-
“सागर विश्वविद्यालय में कई कोहिनूर रहे हैं, उनमें से एक हैं प्रो श्यामाचरण दुबे। प्रो एस सी दुबे के नाम से विख्यात समाजशास्त्री स्वयं में एक संस्था, एक पुस्तकालय और एक पठनीय व्यक्तित्व रहे हैं, जिन्होंने अनेक व्यक्तित्वों को सार्थक आकार दिया है।” ये विचार दिये प्रो दिवाकर सिंह राजपूत ने एक राष्ट्रीय बेवीनार में मुख्य वक्ता के रूप में उदबोधन देते हुए। भक्त कवि नृसिंह मेहता विश्वविद्यालय जूनागढ़ गुजरात के समाजशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय बेवीनार में आमंत्रित वक्ता के रूप में उदबोधन देते हुए प्रो दिवाकर सिंह राजपूत ने कहा कि प्रो श्यामाचरण दुबे ने स्वयं मेहनत परिश्रम से अपने अकादमिक व्यक्तित्व को निखारा और सबके लिए गौरव का विषय बने। डाॅ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर मध्यप्रदेश के समाजशास्त्र एवं समाजकार्य विभाग में पदस्थ प्रोफ़ेसर दिवाकर सिंह राजपूत ने कहा कि प्रो श्यामाचरण दुबे नरसिंहपुर, सिवनी, रायपुर, नागपुर होते हुए सागर आये और पूरे विश्व में एक श्रेष्ठ समाजवैज्ञानिक और चिंतक लेखक के रूप में छा गए। डाॅ राजपूत ने डा दुबे की दूरदर्शिता, सहजता और विद्वता के साथ उनकी भव्यता के कुछ संस्मरणों को भी उद्धृत किया। डाॅ राजपूत ने कहा कि प्रो श्यामाचरण की दृष्टि और सोच इतनी वृहद् थी कि उस समय उन्होंने आत्म निर्भरता, भारतीय दृष्टिकोण और विश्व व्यापी प्रतियोगिता के साथ ही उच्च तकनीकी को भी स्थान दिया।
प्रो श्यामाचरण दुबे के जन्म जयंती के 100 वर्ष की शुरुआत में कार्यक्रम का आयोजन कर रहे कार्यक्रम संयोजक डाॅ जय सिंह झाला ने कहा कि पूरे साल प्रति माह इस तरह की व्याख्यान माला का आयोजन किया जायेगा, जिससे प्रो दुबे और उनके द्वारा प्रस्तुत समाजशास्त्रीय सिद्धांतों को भारतीय दृष्टिकोण से समझने का प्रयास करेंगे।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जूनागढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो चेतन त्रिवेदी ने कहा कि प्रो श्यामाचरण दुबे के जन्म के सौ वर्ष पूरे होने पर सन् 2022 में एक भव्य समारोह आयोजित किया जाने वाला है। प्रो दुबे के भारतीय गाँव के अध्ययन पर उन्होंने कहा कि सबका साथ सबका विकास की भावना से काम करने से सब कुछ अच्छा होता है। वेबीनार में प्रो रमेश मकवाना ने कहा कि प्रो दुबे का अध्ययन विकास के पहलुओं और जीवन स्तर का बेहतरीन प्रस्तुति है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ पराग देवानी ने किया और डाॅ रिशुराज उपाध्याय ने आभार व्यक्त किया। वेबीनार में देश के विभिन्न स्थानों से लोगों ने सहभागिता की जिसमें प्रो श्यामाचरण दुबे की भान्जी डाॅ शुभ्रता मिश्रा भी सम्मिलित रहीं।
With warm Academic Regards:-
–Prof (Dr) Diwakar Singh Rajput FISC, ACF
* Professor & Former Head, Sociology & Social Work Deptt
Dr H.S.Gour University, SAGAR (MP)
* Regional Director, MPBOU Bhopal, RC Sagar
* EC Member- Indian Institute of Public Administration (IIPA) MP CG Branch
* Vice President- Indian Society of Criminology, India
* Academic Council Member- Central University, Sagar
* Academic Council Member- MP Bhoj Open University, Bhopal
* Nodal Officer- Unnat Bharat Abhiyan, Central Universioty Sagar
* President (2005-06) Rotary Club of Sagar, Rotary International 3040
* Media Officer, Central University Sagar
* Coordinator- KAUSHAL (Skill Development)
* Chairman- BoS Sociology Chhindwara University, Chhindwara
* Chairman- BoS Social Work Chhindwara University, Chhindwara
Cell No: 9425171858