अब मैं और मेरे गर्भ में पल रहा शिशु दौनों सुरक्षित
गीता ने लगवाया कोवैक्सीन का पहला टीका
सागर-
भारत शासन द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के अनुसार गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण हेतु मध्य प्रदेश के सभी ज़िलों में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जा रहा है। इसी तारतम्य में सागर ज़िले में भी गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण शुक्रवार से प्रारंभ हुआ। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए कोवैक्सीन का प्रथम टीका लगवाने के बाद आठ माह की गर्भवती श्रीमती गीता रजक ने कहा कि, अब मैं और मेरे गर्भ में पल रहा शिशु दोनों कोरोना से सुरक्षित हैं।
श्रीमती गीता ने बताया कि वे अब अत्याधिक सुरक्षित महसूस कर रहीं हैं। कोरोना के चलते मन में भय की स्थिति बनी रहती थी परंतु टीकाकरण के बाद यह भय समाप्त हो गया है। उन्होंने बताया कि, टीकाकरण केंद्र पर टीकाकरण की जानकारी तथा आवश्यक सहायता हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी श्रीमती सोनम नामदेव और आशा कार्यकर्ता श्रीमती मधु दुबे के सहयोग से उन्हें बिना किसी परेशानी के कोविड-19 का टीका लग सका। उन्होंने जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, गर्भवती महिलाओं हेतु किए जा रहे ये प्रयास सराहनीय हैं।
श्रीमती गीता रजक आठ महीने गर्भवती होने के बावजूद बिना किसी भ्रम अथवा दुविधा के टीकाकरण केंद्र पहुँची और अपने एवं अपने बच्चे की सुरक्षा के लिए कोरोना का टीका लगवाया। प्रायः यह देखने में आता है कि गर्भवती महिलाएँ छोटी सी बात को लेकर चिंतित और परेशान हो जाती हैं श्रीमती गीता रजक ऐसी सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं।
उल्लेखनीय है कि, भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए टीका लगाए जाने संबंधी निर्देश दिये गये हैं। सागर ज़िले में भी प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को गर्भवती महिलाओं की जाँच के साथ-साथ उन्हें कोविड का टीका लगाया जाएगा। गर्भवती महिला की जाँच के साथ-साथ उसे कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में आवश्यक परामर्श दिया जा रहा है तथा कोविड-19 से बचने के लिए गर्भवती महिलाओं को यह टीका लगाया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेश बौद्ध ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को संक्रमण का खतरा अन्य लोगों से अधिक होता हैं, इसलिए टीकाकरण एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है । कोविड-19 के लक्षण जिन गभर्वती महिलाओं में पाए जाते हैं, उन्हें गंभीर बीमारी होने का खतरा अधिक होता है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 वैक्सीन लगाने की सलाह दी गई है। यह गर्भावस्था के किसी भी समय में लगाए जा सकते हैं। यह टीका गर्भवती महिला को सुरक्षित रखने हेतु सर्वाधिक महत्वपूर्ण उपाय है। यदि गर्भवती महिला कोविड संक्रमित हो चुकी है, तो उसे प्रसव के बाद ही टीका लगाया जाएगा। गर्भवती महिला को यदि एलर्जी या अन्य कोई जोखिम के लक्षण हैं, तो ऐसी स्थिति में टीका नहीं लगाया जाए।
गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण कई देशों में किया जा चुका है और इसके अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। अन्य टीकों की तरह इसके सामान्य प्रतिकूल प्रभाव जैसे हल्का बुखार, सिरदर्द, टीके के स्थान पर हल्का दर्द हो सकते हैं, लेकिन इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। यह स्वतः ही दो दिन में ठीक हो जाते हैं। कोविड टीका लगाने के लिए गर्भवती महिला को आधार कार्ड लाना आवश्यक होगा।