उन्नति एवं प्रगतिशील कृषकों के माध्यम से किसानों को किया जाएगा प्रशिक्षित -कलेक्टर सिंह
सब्जी उत्पादक किसानों को अच्छी किस्मों के बीज के साथ अच्छा बाजार भी कराया जाएगा उपलब्ध
कलेक्टर ने किया विभिन्न किसानों के खेतों का भ्रमण
सागर –
उन्नत एवं प्रगतिशील किसानों के माध्यम से जिले के अन्य किसानों को प्रशिक्षित कर उनको सब्जी के बीज उपलब्ध करा कर उनको सब्जी के लिए अच्छा बाजार भी उपलब्ध कराया जाएगा। उक्त विचार कलेक्टर दीपक सिंह ने गुरुवार को जिले के उन्नत एवं प्रगतिशील किसानों के खेतों के भ्रमण के दौरान व्यक्त किए।
इस अवसर पर कृषि विभाग के उपसंचालक बीएल मालवीय, कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ के एस यादव ,उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक डॉक्टर एस के रेजा, एस के जैन अनिल राय सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे ।
कलेक्टर सिंह ने गुरुवार को जिले की उन्नत एवं प्रगतिशील किसानों के खेतों का निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान किसानों के द्वारा पैदा की जा रही सब्जी एवं अन्य फसलों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की ।
कलेक्टर सिंह ने युवा एवं प्रगतिशील कृषक आकाश चौरसिया, कौशल पटेल, धर्मेंद्र यादव सहित अन्य किसानों के खेतों का निरीक्षण किया ।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने चार से छह प्रकार के लिए बल्कि मल्टीक्राफ्ट पद्धति को भी देखा जिसमें उन्होंने मेड़ों पर ड्रिप पद्धति से हल्दी एवं अदरक की खेती विभिन्न प्रकार की भाजीयों जिसमें पालक ,मेथी ,चना, चौरई, एवं मचान के ऊपर कुंदरू एवं बेल वाली सब्जियों का भी परीक्षण किया उन्नत किसान आकाश चौरसिया द्वारा जिले की अच्छी किस्म के गेहूं ,चना, अरहर, मूंग पंजीयन हेतु केवीके के डॉ यादव को निर्देशित किया कि चौरसिया द्वारा उत्पादित की जा रही विभिन्न प्रकार की फसल को पंजीयन कराएं और ब्रांडिंग के लिए भी प्रयास किए जाएं।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि इस प्रकार से जिले की उन्नत एवं प्रगतिशील किसानों द्वारा विभिन्न प्रकार की सब्जियों एवं फसलों का जो उत्पादन किया जा रहा है उनकी माध्यम से ना केवल वो आत्मनिर्भर बने बल्कि इसके माध्यम से अनेक व्यक्तियों को रोजगार भी उत्पन्न हो रहा है ।
इसलिए उन्होंने कृषि विभाग उद्यान विभाग एवं कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले की किसानों को इस प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाए जिससे वह अपना एक फसल पैदा कर आत्मनिर्भर बनने के साथ रोजगार मुखी व्यवसाय कर सकें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के उत्पादन से सागर का नाम भी मध्यप्रदेश के साथ संपूर्ण देश में अच्छी फसल उत्पादन के क्षेत्र में जान आ जाए