कोरोना अनुकंपा नियुक्ति एवं अनुग्रह राशि के प्रकरणों के निराकरण करे -कलेक्टर सिंह
आज लंबित प्रकरणों के निराकरण के लिए अधिकारी संबंधित परिजनों सहित रहे मौजूद
कलेक्टर ने की विभागवार अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणों की समीक्षा’
सागर –
मुख्यमंत्री कोविड अनुकम्पा नियुक्ति योजना के तहत कोविड से मृत हुए शासकीय सेवकों के अनुकम्पा नियुक्ति के प्राप्त, सभी आवेदन पोर्टल पर ऑनलाईन दर्ज करवायें और सभी प्रकरणों का त्वरित गति से निराकरण करने के लिए कलेक्टर दीपक सिंह ने निर्देश दिये कि 14 जुलाई को आयोजित बैठक में सभी संबंधित योजनाओं के प्रकरणों का निराकरण हो सके ।
कलेक्टर दीपक सिंह ने कहा कि समस्त विभाग अपने-अपने विभागों में मृत हुए कर्मचारियों की सूची तैयार करें एवं समस्त प्रकरणों को ऑनलाइन कराने की कार्रवाई 14 जुलाई तक सुनिश्चित कराएं । उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि 14 तारीख को आयोजित बैठक में समस्त अधिकारी प्रकरणों से संबंधित परिजनों को भी बैठक में उपस्थित कराएं जिससे मौके पर ही प्रकरणों का निराकरण किया जा सके
इस अवसर पर, संयुक्त कलेक्टर आदित्य शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी अजब सिंह ठाकुर धीरेंद्र मिश्रा ,टी ओ अभय राज शर्मा, आर के श्रोयति सहित समस्त विभाग प्रमुख मौजूद थे।
कलेक्टर सिंह ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि वे कोविड योद्धा कल्याण योजना के प्रस्ताव हेतु आवश्यक दस्तावेज मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु डेथ ऑडिट रिपोर्ट की सूची प्रस्तुत करें। उन्होंने निर्देश दिए की आपत्ति वाले प्रकरणों की जाँच कर आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति कर उन्हें भी तत्काल प्रस्ताव बनाकर भेजें।
कलेक्टर दीपक सिंह ने कहा कि यह कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से किया जाए। कोविड-19 महामारी के दौरान अपनी जान गंवा बैठे ऐसे परिवार जनों की सहायता के उद्देश्य से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा इस कार्य को प्राथमिकता से पूर्ण किया जा रहा है। अतः सागर जिले से समस्त आवश्यक कार्रवाही समय सीमा में पूर्ण किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने आवेदन पत्र के साथ आवष्यक दस्तावेजों की स्वतः द्वारा अभिप्रमाणित छायाप्रतियां संलग्न की जावे। संयुक्त कलेक्टर आदित्य शर्मा ने बताया कि आज दिनांक तक 57 कोरोना संक्रमण से निधन हुई कर्मचारियों की सूची प्राप्त हुई है परीक्षण करने पर 23 का अनुमोदन किया गया । 4 प्रकरणों का पूर्व में निराकरण किया जा चुका है, शेष का परीक्षण किया जा रहा है। इस प्रकार अनुग्रह राशि हेतु 20 प्रकरणों पर चर्चा की गई जिसमें 5 प्रकरण का अनुमोदन किया गया एवं अन्य 15 प्रकरण परीक्षण किया जाए।