उर्वरकों के सही उपयोग पर वेवीनार का आयोजन किया गया
सागर –
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के निर्देशानुसार तथा डॉ डी. पी. शर्मा संचालक विस्तार सेवाएं, जवाहरलाल नेहरु कृषि विश्वविद्यालय के मार्गदर्शन में कृषि विज्ञान केन्द्र सागर-2, देवरी द्वारा “उर्वरक उपयोग जागरूकता कार्यक्रम” का आयोजन गत दिवस किया गया।
डॉ0 आशीष त्रिपाठी ने ऑनलाईन वेवीनार के माध्यम से मृदा परीक्षण के आधार पर उचित उर्वरक प्रबंधन तथा कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर में उत्पादित जैव उर्वरक एवं जैव नियंत्रको के उपयोग की जानकारी दी। डॉ0 त्रिपाठी ने सिंगल सुपर फास्फेट के उपयोग की सलाह दी क्योंकि इसमें फास्फोरस के साथ-साथ सल्फर भी होता है जो कि तिलहनी फसलों और दलहनी फसलों के लिए विशेष उपयोगी है किसान भाई केवल डीएपी का उपयोग ना करें उसके साथ म्यूरेट आफ पोटाश का अवश्य उपयोग करें क्योंकि पोटाश खाद के उपयोग से फसल की गुणवत्ता में वृद्धि होती है तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है।
कार्यक्रम में जितेंद्र राजपूत सहायक संचालक कृषि ने मृदा परीक्षण तथा सॉइल हेल्थ कार्ड स्कीम की जानकारी दी । कार्यक्रम में मयंक मेहरा, सुखलाल बास्केल सहित 37 उन्नतशील कृषकों ने भाग लिया तथा कृषि संबघित शंकाओ को पूंछकर समाधान प्राप्त किया।