खस्ताहाल व्यवस्था- यहां डायल 100 (FRV) खुद बीमार, बिल पूरे काम अधूरा

ब्रजेन्द्र रैकवार✍️

मप्र(सागर)। FRV/ डायल 100 पुलिस विभाग की रीड मानी जाने लगी हैं जब भी कोई हादसा अपराध घटित होता हैं या प्राकृतिक आपदा आती हैं तो नागरिक सबसे पहले डायल 100 को इत्तला करते हैं और गाड़ी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुच भी जाती हैं पर कुछ समय से डायल 100 गाड़ियों में ख़राबी आने लगी हैं जिसका समय पर सुधार कार्य नही हो रहा हैं चाहे इनके टायर हो या हेडलाइट या अन्य तकनीकी सामान जिसके चलते पायलेट (ड्राइवर) रोज समस्याओं से दो चार हो रहे हैं ताज्जुब की बात हैं कि पुलिस विभाग की संजीवनी मानी जाने वाली FRV गाड़ियों के रखरखाव में इतनी कोताही बरती जा रही हैं सूत्र बताते हैं बिल तो सब लग रहे हैं पर काम इतना नही हो रहा हैं बात करते हैं मप्र के सागर जिले की तो यहां आए दिन डायल 100 गाड़ियों में धक्के लगते देखे जा सकते हैं कुछ गाड़ियां गैराज में महीनों से रखी दिख जाएगी तो कुछ थानों में साइड में टिकी ताजा मामला- जैसीनगर थाना की FRV वाहन के टायर कंडम हो चुके है जहाँ अपनी जान जोखिम में डालकर डायल 100 चला रहे चालक, 3 माह बीत जाने के बाद भी एजेंसी ने नहीं बदलवाए कंडम टायर

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा अपराधिक घटना घटित होने पर लोगों की तुरंत सहायता के लिए संचालित महत्वाकांक्षी डायल 100 सेवा को अब खुद ही अपनी सेवा की जरूरत है।

जी हां आप जो तस्वीरों में पुलिस का डायल 100 वाहन देख रहे हैं उसके टायर की दशा देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह वाहन कितने कंडम हो चुके हैं जो चलने की भी हालात में नहीं है फिर भी मजबूरन बस उनके चालक ने किसी तरह चला रहे हैं।
यह डायल 100 जैसीनगर थाना की है जिसके चारों टायर घिस चुके है जो अब चलने की हालत में नहीं है फिर भी इनके चालक किसी तरह चला रहे हैं। ग्रामीण अंचलों से अगर कहीं अपराध होने का ईवेंट आता है तो इन चालकों को सोचना पड़ता है कि उस स्थान पर पहुंचेंगे कैसे क्योंकि इनके खराब टायरों की वजह से रास्ते में पंचर होने का डर बना रहता है साथ ही टायर खराब होने के चलते यह गाड़ी बारिश में स्लिप भी होती है और बारिश की वजह से गीली मिट्टी में फंस भी जाती है यह स्थिति लगातार तीन माह से बनी हुई है लेकिन डायल हंड्रेड वाहन संचालित करने वाली कंपनी अपने वाहनों की देखरेख नहीं कर रही। इसके साथ ही डायल हंड्रेड के चालक हेमंत तिवारी ने बताया कि डायल हंड्रेड वाहन में स्टेफनी भी नहीं है अगर किसी जगह सुनसान क्षेत्र में अगर वाहन पंचर भी हो जाए तो टायर भी नहीं बदल सकते। चालक ने बताया कि 3 महीनों से हम लोग ऐसे ही खराब टायरों से किसी तरह मजबूरन बस वाहन चला रहे हैं। उच्च अधिकारियों से भी कई बार शिकायत की लेकिन अब तक टायर नहीं बदल पाए गए।

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