नेमावर से आचार्य संघ का बिहार हुआ बुंदेलखंड की ओर
सागर / जैन आचार्य संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का मंगल विहार जैन तीर्थ क्षेत्र नेमावर जिला देवास से बुंदेलखंड की ओर हो गया। आचार्य श्री नेमावर में 27 नवंबर 21 से विराजमान थे।
मुनि सेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया कि आचार्य श्री का वर्षाकालीन चातुर्मास इस बार बुंदेलखंड में होने की संभावना है बिहार से पूर्व आचार्य श्रीजी ने अपने संघ से कई उपसंघ बनाए हैं और यह सभी उपसंघ लगभग बुंदेलखंड में ही विराजमान होंगे दोपहर 3 बजे आचार्य श्री नेमावर स्थित संत निवास से निकले तो सभी संघस्थ साधुओं ने तीन परिक्रमा कर नमोस्तु किया उसके बाद आचार्य श्री जी नर्मदा नदी के किनारे बन रहे त्रिकाल चौबीसी मंदिर, पंच बाल्यती मंदिर और सहस्त्रकूट जिनालय को देखने पहुंचे और आज ही विराजमान श्री जी की मूर्तियों के दर्शन किए और फिर वहां से बिहार कर इंदौर मार्ग पर स्थित संदलपुर ग्राम पहुंचे यहां से दो रास्ते हैं एक रास्ता खातेगांव कन्नौद आष्टा सीहोर होता हुआ भोपाल विदिशा और दूसरा रास्ता संदलपुर से रेहटी, नसरुल्लागंज हो करके है इस वर्ष चातुर्मास की कलश स्थापना 23 जुलाई को होनी है अभी एक माह का समय है सागर से नेमावर की दूरी लगभग 295 किलोमीटर है सागर वालों को उम्मीद है कि इस बार आचार्य संघ का चातुर्मास भाग्योदय सागर को मिलेगा सागर में सर्वतो भद्र जिनालय का निर्माण कार्य बहुत ही तेज गति से चल रहा है यह विश्व का एकमात्र जिनालय है जो चतुर्मुखी बन रहा है तीन खंड के इस जिनालय की ऊंचाई 216 फिट है और इस मंदिर के निर्माण में भुज, मकराना, पठारी, आदि का पत्थर उपयोग हो रहा है वर्तमान में सागर में निर्यापक मुनि श्री समय सागर महाराज 13 मुनि महाराजो के साथ विराजमान है। आचार्य श्री जी के साथ नए उपसंघ बने हैं उनमें निर्यापक मुनि श्री योगसागर महाराज मुनि श्री अक्षयसागर मुनि श्री पूज्यसागर के संघ का चातुर्मास कुंडलपुर में होने की संभावना है। मुनि श्री संभवसागर महाराज 30 जून तक नेमावर में ही विराजमान रहेंगे। संभव सागर महाराज का चातुर्मास भोपाल में होने की संभावना है। मुनि श्री अक्षयसागर महाराज और मुनि श्री विशदसागर महाराज का संघ नेमावर में ही रुका हुआ है कुछ दिनों बाद इनका बिहार गुरुआज्ञा के अनुसार होगा जबकि मुनि श्री सौम्य सागर महाराज, मुनि विनम्रसागर महाराज के संघ में 10 मुनिराज हैं इनका चातुर्मास विदिशा, दुर्लभसागर महाराज तीन मुनिराजो के साथ मंडी बामोरा, मुनि श्री निर्दोषसागर महाराज और निर्लोभसागर महराज बेगमगंज में, मुनि श्री निरुपमसागर महाराज निरापदसागर महाराज का संघ पठारी में चातुर्मास करने की संभावना है।
सागर जिले में आर्यिका पूर्णमति माताजी का चातुर्मास शाहपुर में होगा वर्तमान में नेहानगर मकरोनिया सागर में आर्यिका अनंतमति माताजी और आर्यिका भावनामति माताजी विराजमान है। मुनि श्री प्रशांतसागर और मुनि निर्वेगसागर महाराज का बिहार बंडा से बीना की ओर चल रहा है उनका 23 जून को सागर में प्रवेश होगा कुछ दिन भाग्योदय मैं रुकने के उपरांत आगे बिहार जारी रहेगा। मुनि श्री वीरसागर महाराज बड़ागांव दिल्ली से बिहार का करगुवां झांसी पहुंच रहे हैं। जबकि मुनि प्रणम्य सागर महाराज और चंद्रसागर महाराज का चातुर्मास तीर्थ क्षेत्र सोनागिर में होगा।
दादा प्रकाशनाथ
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