झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई शुरू
मोतीनगर थाना अंतर्गत झोलाछाप डॉक्टर पर पुलिस कार्रवाई, अस्पताल सील
सागर –
कलेक्टर दीपक सिंह के द्वारा कोरोना समीक्षा बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुसार सिटी मजिस्ट्रेट सीएल वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सुरेश बौद्ध के द्वारा झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस क्रम में मंगलवार को मोतीनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए आयुर्वेदिक डॉ अजय विश्वकर्मा पर कार्रवाई की गई।
सिटी मजिस्ट्रेट सीएल वर्मा ने बताया कि, आयुर्वेदिक डॉक्टर के द्वारा अवैधानिक तरीक़े से एलोपैथिक उपचार किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि संबंधित डॉक्टर के पास जो डिग्री नहीं है वह उसके अंतर्गत इलाज कर रहा था जो कि, मरीज़ों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ है। संबंधित डॉक्टर के अस्पताल में मरीज़ भी भर्ती पाए गए थे जिन्हें शासकीय अस्पताल में शिफ़्ट करा दिया गया हैं और डॉ विश्वकर्मा के अस्पताल को सील कर दिया गया है।
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सही समय पर संक्रमण का पता चलना, संक्रमण को अन्य व्यक्तियों में फैलने से रोकना एवं सही समय पर सही उपचार मिलना अति आवश्यक है। कलेक्टर दीपक सिंह ने कहा कि, इस प्रक्रिया में शासन की गाइडलाइंस के मुताबिक़ ही कार्य किया जाना चाहिए।
प्रायः यह देखने में आ रहा है कि, शहर गांवों में झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा ग़लत उपचार एवं ग़लत तरीक़े से संक्रमण का इलाज करने के कारण संक्रमण फैलने का ख़तरा बनता है। अतः कलेक्टर दीपक सिंह के निर्देश की तत्काल पश्चात नगर दंडाधिकारी सीएल वर्मा द्वारा मोतीनगर थाना अंतर्गत बड़े बाजार में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश बहुत मोतीनगर थाना प्रभारी के साथ झोलाछाप डॉक्टर पर अस्पताल पर ना केवल उसी अस्पताल से की गई साथ में पुलिस कार्रवाई भी की गई नगर दंडाधिकारी ने बताया कि कार्रवाई करते समय उक्त अस्पताल में 8 से 10 व्यक्ति इलाज करा रहे थे जिन्हें तत्काल एंबुलेंस के माध्यम से जिला चिकित्सालय भेजा गया है और अस्पताल को सील किया गया है वर्मा ने बताया कि उक्त डॉक्टर आयुर्वेदिक कि डिप्लोमा लिए हुए था और इलाज एलोपैथी दवाई का कर रहा था
दीपक सिंह के निर्देश के तत्काल तत्काल पश्चात संपूर्ण जिले में समस्त प्रशासनिक अधिकारियों ने पुलिस अधिकारियों की मदद से झोलाछाप डॉक्टरों के ख़लिफ़ सख़्त कार्रवाई करने का अभियान प्रारंभ किया है
उन्होंने निर्देश दिए है कि लक्षणों वाले मरीज़ों को कोविड केयर सेंटर में रखकर उनका सही उपचार करें। उन्होंने जनसामान्य से भी अपील की कि, रोना के लक्षण जैसे सर्दी खाँसी बुखार आदि महसूस होने पर निकटतम स्वास्थ्य सुविधा केंद्र से परामर्श लें।