आत्मविश्वास से भरे डॉ सत्येंद्र मिश्रा की अस्पताल से हुई छुट्टी
सागर –
कहते हैं जब हौसला बहुत मजबूत होता है…. तो बड़े-बड़े लक्ष्य छोटे दिखाई देते हैं पूरे विश्व में फैली कोरोना महामारी में सागर का एक ऐसा शख्स जो कोरोना पॉजिटिव मरीजों को ठीक करने में पूरे समर्पण से जुटा हुआ था और कोरोना वायरस ने उसे जकड़ लिया…. स्थिति ऐसी आई कि चारों ओर से आवाज निकली कि सागर के प्रसिद्ध चेस्ट विशेषज्ञ डॉ सत्येंद्र मिश्रा का इलाज विश्वप्रसिद्ध यशोदा अस्पताल हैदराबाद में होना चाहिए। सोशल मीडिया और जन प्रतिनिधियों के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान तक यह बात पहुंची तो उन्होंने भी सरकारी खर्च पर इलाज होने की सहर्ष स्वीकृति दे दी… आनन-फानन में डॉ मिश्रा को हैदराबाद ले जाने का निर्णय हुआ बीच में रविवार (18 अप्रेल) आ गया एयर एंबुलेंस के लिए साढ़े 18 लाख रुपए की राशि ट्रांसफर करवाना थी लेकिन ’
कलेक्टर दीपक सिंह ने रविवार को बैंक खुलवा कर भुगतान किया . 19 अप्रेल सोमवार को सुबह 11 बजे डॉक्टरों की टीम मरीज डॉ मिश्रा को लेकर के हैदराबाद पहुंच गई
19 अप्रैल से 17 दिन तक उनका इलाज हुआ और लगभग 13.50 लाख रुपए का खर्च आया जिसे मध्य प्रदेश शासन ने भुगतान कर दिया
ईश्वर की महती कृपा, और सारे नगर वासियों और शुभचिंतकों के द्वारा दी गई दुआओं के बाद डॉ मिश्रा बिना लंगस ट्रांसप्लांट किए खुद के आत्मविश्वास के चलते पूर्णता स्वस्थ हो गए। आज 6 मई को दोपहर 12 बजे उन्हें हैदराबाद की अस्पताल से छुट्टी मिल गई। डॉक्टरों के कहने पर वे 5-7 दिन वहां रुकेंगे। हालाँकि डॉ मिश्रा ने कहा तो मैं पूर्णता स्वस्थ हूं सिर्फ कमजोरी है तो घर जाकर आराम कर लूंगा और स्वस्थ होकर के पुनः मरीजों की सेवा में लग जाऊंगा।
लेकिन डॉ अपार जिंदल के कहने पर वह 12 मई तक किसी होटल में रुकेंगे और दोबारा चेक करा कर के वापस सागर आएंगे। गजब का आत्मविश्वास डॉ मिश्रा का, इतनी बडी बीमारी होने के बाद जज्बा आज भी मरीजों को स्वस्थ करने का है ऐसे आत्मविश्वास से लवरेज डॉ मिश्रा को बहुत- बहुत बधाइयां और शुभकामनाएं वे दीर्घायु हो और सागर शहर को उनकी सेवाएं निरंतर मिलती रहे