डॉ खरे का पूरा परिवार कोविड सेवा के लिए समर्पित
सागर –
डॉ संजय खरे विगत 4 वर्षों से जिला आयुष अधिकारी के पद पर कार्यरत है, इनके दोनो पुत्र डॉक्टर है, बड़ा बेटा डॉ सौमित्र खरे भारतीय नव सेना में मेडिकल ऑफिसर है ,मेडिसिन में एम डी होने के कारण देश मे सेना द्वारा बनाये विशेष कोविड हॉस्पिटल में कोरोना के प्रारम्भ से ही अपनी सेवायें दे रहे है,पहले पटना, फिर पूना और वर्तमान में दिल्ली में बनाये गए एक हजार बेड के कोरोना हॉस्पिटल में अपनी सेवाये दे रहे है।
छोटा बेटा डॉ सौभाग्य खरे इंदौर के जिला अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर के रूप में कोविड इंचार्ज के रूप में लगातार अपनी सेबाये दे रहे है।
डॉ खरे स्वयं कोरोना के प्रारम्भ से ही कलेक्टर महोदय के निर्देशन में सीसीसी सेंटर के नोडल अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे है। जिला आयुष अधिकारी के रूप में विगत वर्ष घर घर जाकर होम्योपैथी दवा एवं त्रिकटु काढ़े का वितरण सम्पूर्ण जिले में लगभग 4 लाख लोगों को किया गया था,इस बार भी कलेक्टर महोदय के निर्देश एवं सीईओ जिला पंचायत के माध्यम से प्रत्येक जिला पंचायत में आयुष औषधि किट का वितरण किया जा रहा है, इसके अतिरिक्त तीनों क्वारनटाइन सेंटरों में काढे का वितरण एवं रोगियों के मनोबल को बढ़ाये जाने के लिए योग भी आयुष चिकित्सकों द्वारा करवाया जा रहा है, सम्पूर्ण जिले में योग से निरोग कार्यक्रम के तहत 118 योग प्रशिक्षक घर पर आईशोलेशन में रह रहे भाई बहिनों को योग करवा रहे है।शासकीय फ्रंट लाइन वर्कर पुलिस सेवा के जवानों, जेल के कैदियों की इम्मयूनिटी बढ़ाने हेतु विशेष आयुष पैकेट प्रदान किये गए है, जिले के प्रत्येक सीसीसी सेंट्रो पर एलोपैथिक दवाओं के साथ आयुष किट भी दी जा रही है,एवं समाज सेवी संस्थाओं के साथ मिलकर आयुष पैकेटो का वितरण किया जा रहा है।
सागर जिले में कलेक्टर के निर्देशन पर आयुष विभाग के समस्त चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ कोविड से लड़ने में सबसे अग्रिम पंक्ति में खड़े हुए है, जैसे कोविड केयर कमांड सेंटर,आर आर आर टी एम एम यू टीम, तीनों क्वारनटाइन सेंटरों को आयुष चिकित्सा अधिकारी ही संभाल रहे है।
डॉ खरे विगत पाँच माह से अपने परिवार से दूर अकेले ही रह रहे है, खुद ही खाना पकाने से लेकर समस्त घरेलू कार्य करते है और समय पर अपनी डयूटी भी पूरी करते है, डॉ खरे स्वयं और उनका पूरा परिवार कोरोना पोसेटिव हो चुका है, पर मुस्तेदी से अपने कार्य पर डटे है।