डॉ पांडे के जज़्बे को सौ बार सलाम
केंसर पीड़ित पत्नी को हुआ कोरोना, 16 अप्रैल से लगातार हैं ऑक्सीजन सपोर्ट पर, फिर भी लगातार निभा रहे डॉक्टर धर्म
सागर –
तीन वर्ष की बेटी और सात वर्ष के बेटे को गाँव में दादी के पास छोड़कर डॉक्टर विजय पांडे गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी मेडिकल मोबाइल यूनिट और कोविड केयर सेंटर के नोडल अधिकारी के रूप में लगातार अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। डॉ पांडे ऐसा सब सामान्य परिस्थितियों में नहीं, बल्कि तब कर रहे हैं जबकि, उनकी पत्नी जो कैंसर पीड़ित हैं और जिनकी पिछले महीने ही कीमोथैरेपी कराई गई है।
जहाँ एक और डॉक्टर विजय पांडे की पत्नी श्रीमती प्रीति पांडे का कैंसर का इलाज चल रहा है , वहीं दूसरी ओर पिछले महीने ही वे कोरोना संक्रमित हो गई। संक्रमण का प्रभाव ऐसा कि, 16 अप्रैल से लगातार ऑक्सिजन सपोर्ट पर ही उनका इलाज चल रहा है।
ऐसी विषम परिस्थितियों में भी डॉक्टर विजय पांडे ने अपना डॉक्टर धर्म निभाते हुए एक भी दिन कार्य को थमने नहीं दिया और निरंतर एमएमयू एवं कोविड केयर सेंटर पर अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। ऐसे असामान्य व्यक्तित्व हमारा को सौ बार सलाम।
हम देखना चाहें तो अपने आस पड़ोस, समाज और देश में ऐसे अनेक उदाहरण देख सकते हैं जो निस्वार्थ भावना से लगातार अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। ऐसे में आवश्यक है कि, प्रत्येक व्यक्ति ज़िम्मेदारी पूर्वक कोरोना संक्रमण के चलते आवश्यक समस्त सावधानियां बरतें एवं शासन प्रशासन का हर स्तर पर सहयोग करें।
कोरोना संक्रमितों के इलाज और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए किए जा रहे सभी प्रयास संपूर्ण समाज को स्वस्थ बनाने और सामान्य जीवन की ओर वापस लौटने के लिए हैं।