प्रवेश निषेध और जागरूकता को टूल बनाया
सागर –
वर्तमान में चल रहे कोरोना कहर से ग्रामीण क्षेत्रों को बचाने के लिए यूं तो समूचा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग सक्रिये है। स्वयं सीईओ जिपं, जनपद सीईओ अपनी टीमों के साथ लगातार ग्रामों का भ्रमण कर रहे हैं। प्रवासियों को क्वारेंटाइन किया जाना। स्वास्थ्य समस्या से जूझते लोगों को जांच के लिए प्रेरित करना। मनरेगा के कामों में लगातार लोेगों को रोजगार के अवसर सृजित करना और ग्राम स्तरीय चल रहे कार्यों की संघन समीक्षा करने का कार्य कर रहे हैं। उनके कार्य में रोजगार सहायक सचिव, आंगनवाडी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता आजीविका मिशन की महिलाअेां की टीम इस मुहिम में लगातार सक्रिय है। हेमेन्द्र गोविल जनपद सीईओ मालथौन ने बताया कि जिन लोगों को गले में खराश या सर्दी आदि है उनके लिए जनपद स्तर पर भाप केन्द्र की स्थापना की गई हैं मालथौन विकासखण्ड में रजवांस बरोदिया, रौड़ा समेत 11 स्थानों पर ये केन्द्र और इसी प्रकार औषधि केन्द्रों को बनाया गया है। संक्रमित व्यक्ति को तत्काल दवाईयों की किट सचिव के द्वारा उपलब्ध करा दी जावेंगी। ऐसे स्थान जहां लोगों की भीड़ होने की संभावना होती है जैसे बस स्टेण्ड, खेल परिसर, इत्यादि में सैनेटाइजर का भी स्प्रे कराया जा रहा है।
कोरेाना के संक्रमण को गांव में रोकने के लिए ग्राम प्रवेश निषेध की कार्यवाही पर ग्रामीणों ने तेजी से जोड़ दिया है। ताकि कोई भी संक्रमित व्यक्ति अनजाने में गांव के स्वस्थ जीवन को प्रभावित न कर जाये। लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने हेतु महिलाओं ने स्वयं को रोल-माॅडल के रूप में प्रस्तुत किया है। कोरोना टीकाकरण के संबंध में लोगेां की भ्रंाातियों को दूर करते हुए बण्डा की बैंक सखी कविता लोधी, रहली चांदपुर की बैंक सखी रजनी तिवारी, जैसीनगर की रचना यादव, केसली की कीर्ति राजपूत, जानकी, बारधा खुरई की ममता पाल, प्रज्ञा श्रीवास्तव, राहतगढ़ की अभिलाषा, मालथौन की सविता कुशवाहा आदि महिलाआंे ने स्वयं अथवा अपने परिवार के सदस्यों को टीका लगवाकर अन्य महिलाओं को भी इस कार्य के लिए आगे आने को प्रेरित किया। इसके अतिरिक्त महिलाओं ने गृहभेंट कर उन परिवारों को भी प्रेरित किया जो टीकाकरण में पीछे रह गये थे अथवा कोविड प्रोटोकाॅल का उल्लंघन कर रहे थे। आवश्यकता अनुसार इन महिलाओं ने जरूरत मंदों को मास्क भी उपलब्ध करायें।
ग्राम पीपलखेडी बरायठा, सीहोरा, बेलढाना, देवरी, हिरनछिपा, पथरियाजाट में महिला समूहों ने एकजुट होकर व्यवसायिक स्तर पर मास्क निर्माण सप्लाई शुरू कर रखा है। ग्राम बारधा हिरनछिपा में समूह की महिलाओं ने 200 एमएल, 500 एमएल और 5 लीटर पैक में सैनेटाइजर का उत्पादन जारी रखा है। देवरी केसली, राहतगढ़ और रहली में प्रशिक्षित महिलाओं ने पीपीई किट बनाने का काम युद्ध स्तर पर जारी रखा है। वे प्रतिदिन 50 से 100 पीपीई किट स्थानीय प्रशासन को इनके द्वारा सप्लाई की जा रही हैं। इसके अतिरिक्त लोग स्वयं की सुरक्षा के लिए भी वाजिव दामों में इनसे पीपीई किट प्राप्त कर रहे हैं। लोगों के पोषण को बढ़ाने के लिए मनरेगा के अंतर्गत पोषण वाटिका निर्माण कराये जाने के लिए भी जिला पंचायत सीईओ के द्वारा अनुमति जारी की गई है। इससे लोग ताजी पत्तेदार सब्जी का उत्पादन कर विष रहित सब्जियों का उपयोग कर सकेंगे। और लाॅकडाउन में गार्डनिंग का भी लुफ्त उठा सकेंगे। ग्राम हनुमान टौरा में गणेश समूह और सरस्वती समूह की ज्योति पटैल, सरोज पटैल, लीला पटैल बरायठा में रजनी पटैल, शारदा पटैल, उर्मिला गोस्वामी ने 7 दिनों में अलग-अलग उपयोग की दृष्टि से पोषण वाटिका के माॅडल बनाकर ग्रामीण महिलाओं को पे्ररित किया हैं।