गोबर लकड़ी के उत्पादन में जुट गईं महिलायें
गौ-शाला संचालक समूहों का संकल्प- मुक्तिधामों में नहीं होने देंगे ईंधन की कमी
नरयावली नाका में रामराजा समूह बरायठा ने पहुंचाई गौ-कास्ठ की खेप
सागर –
सागर में मुक्तिधाम र्में इंधन की आपूर्ति को बनाये रखने के लिए जिले की गौ-शाला संचालक समूह की महिलाओं ने एकजुटता दिखाई है। इन महिलाओं ने गौ-शाला में होने वाले गोबर से बड़ी मात्रा में ईंधन सामग्री के उत्पादन का कार्य प्रारंभ कर दिया है। ग्राम मुहली विकासखण्ड केसली की गौ-शाला संचालक श्रीमती निशा देवी ग्राम पड़रिया विकासखण्ड सागर की गौ-शाला संचालक मुलाबाई गौड, कौशिल्या रानी गौड, रेंवज्ञा की चंद्रकली चढ़ार, पठाखुर्द की श्रीमती अनीता रानी, बरायठा की श्रीमती रजनी यादव और मीरा देवी का मानना है कि जिला कलेक्टर दीपक सिंह ने महिला समूहों को उनकी कार्य कुशलता और दक्षता को देखते हुए जिले की गौ-शालाओं का संचालन का कार्य सौंपा था। अब हमारी बारी है कि जिला कलेक्टर के उस विश्वास और भरोसे को कायम रखते हुए न केवल गौ-शालाओं का सही ढंग से संचालन करें बल्कि कोविड महामारी से जुझते लोगों की मदद में हम भी अपने कर्तव्य का निर्वहन करेंगे। यदि मुक्तिधामों में ईंधन की आवश्यकता पड़ती है तो हम गोबर से निर्मित ईंधन सामग्री की आपूर्ति करने में सक्षम हैं। ग्राम पड़रिया, रेंवझा, पठाखुर्द, बरायठा, बलेह, गढौला जागीर, देवरी सहजपुरी समेत सभी महिलाओं ने इस कार्य को युद्ध स्तर पर प्रारंभ कर लिया है। डाॅ. आरपी यादव उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवायें ने व्यक्तिगत रूप से गौ-शालाआंे में इस हेतु चर्चा की।
डाॅ. इच्छित गढ़पाले मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने बताया कि वर्तमान में गौ-शालाओं में ईंधन की पर्याप्त उपलब्धता है जहां से मुक्तिधाम के लिए सामग्री की सप्लाई प्रारंभ होगी। समूह की महिलायें कोविड महामारी से निपटने के लिए अलग-अलग मोर्चों पर लोहा ले रहीं हैं। टीकाकरण को सफल बनाने के लिए जागरूकता, सुरक्षा किट के रूप में मास्क सैनेटाइजर और पीपीई किट का निर्माण उनके द्वारा किया जा रहा है। ग्रामीण विकास विभाग की ओर से उनके इस कार्य में सभी जनपद सीईओ और विभागीय अमला भी मदद के लिए तैयार है। आज ग्राम पड़रिया के समाजसेवी विनोद प्रजापति के निशुल्क वाहन के द्वारा 15 क्विंटल से अधिक गौकाष्ठ का परिवहन नरयावली नाका मुक्तिधाम के लिए किया जा रहा है। विकासखण्ड केसली भी चैथी खैप के रूप में ट्रेक्टर ट्राली से गोकाष्ठ और कण्डे मुक्तिधाम को प्रदाय कर रही हैं। उनके इस कार्य में सूत्रधार के रूप में दयोदय गौ-शाला के वीरेन्द्र जैन और आजीविका मिशन जिला प्रबंधक अनूप तिवारी है।
हरीश दुबे जिला परियोजना प्रबंधक ने बताया कि गौ-शालाओं में पर्याप्त मात्रा में गोबर का उत्पादन हो रहा है और गौ-काष्ठ निर्माण का कार्य सूचारू रूप से प्रारंभ है। सैनेटाइजेशन के लिए गौ-नाइल सैनेटाइजर भी समूह व ग्राम संगठनों के पास समुचित मात्रा में उत्पादन हो रहा है।