बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर के डीन डॉ जी एस पटेल अपने जन्मदिवस पर पहुंचे घरौंदा आश्रम..
घरौंदा, कुमारी प्रीति यादव द्वारा संचालित निशक्त जनों के लिए एक आश्रम है जिसे मानव सेवा का तीर्थ भी कहा जाता है जहां पर 2 वर्ष से लेकर 70 वर्ष तक के ऐसे सदस्य निवासरत हैं जो बेसहारा है या बचपन से ही लाइलाज बीमारी से पीड़ित होने के कारण परिवार ने साथ छोड़ दिया है..
कोई रीवा से है तो कोई असम से है कोई बोल नहीं सकता ,तो कोई सुन नहीं सकता ,कोई चल नहीं सकता ,तो कोई देख नहीं सकता.
ऐसे सभी जरूरतमंद लोगों के लिए एक ही स्थान पर सेवा भाव के साथ 365 दिन , चौबीसों घंटे हर पल सहारे की जरूरत होती है उन्हें पूरे स्नेह प्रेम के साथ परिवार के सदस्य की तरह रखा जाता है..
अधिष्ठाता जी एस पटेल जब वहां पहुंचे तो प्रबंधन के सदस्यों का सेवा भाव देखकर भावुक हो गए स्वयं एक शिशु रोग विशेषज्ञ हैं तो सभी बच्चों में रिहैबिलिटेशन की संभावनाएं तलाशने लगे कि कैसे उनको बेहतर इलाज देकर एक सामान्य जिंदगी प्रदान की जा सके..
डॉक्टर पटेल ने अपने साथ पहुंचे डॉ डॉ विशाल और डॉ उमेश पटेल के साथ सभी सदस्यों का एक एक करके स्वास्थ से सम्बंधित हालचाल जाना.
निःसक्त जनो के ठीक होने की संभावनाओं को साकार करने के लिए मेडिकल कॉलेज के माध्यम से हर संभव मदद प्रदान करने का आश्वासन दिया.
घरौंदा प्रबंधन ने बताया कि उन्हें नए टीन सेड में लगाने के लिए सीलिंग फैन की आवश्यकता है तो डॉक्टर पटेल ने तुरंत 6 सीलिंग फैन दान स्वरूप उपलब्ध कराये.
डीन ने घरोंदा प्रवंधन को अन्य जरूरी सामग्री उपलब्ध कराने एवं बीएमसी के विशेषज्ञों द्वारा स्वास्थ्य शिविर लगाने का आश्वासन भी दिया हैं..