जिले में अब तक 62 हजार बोरी यूरिया का वितरण आरोपों पर एडीएम करेंगे जाँच- डीडीए कृषि

सागर 24 अगस्त 2020/ उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ए.के. नेमा ने जानकारी दी है कि सागर जिले में इस खरीफ सीजन में अभी तक 62 हजार बोरी ( 2810 टन) यूरिया का वितरण हुआ है। इसमें दोनों ही क्षेत्र का यूरिया वितरण शामिल है जिसमें निजी क्षेत्र व सहकारिता दोनों ही शामिल है। एक समाचार पत्र में 24 अगस्त के अंक में प्रकाशित खबर ‘‘यूरिया वितरण में घोटाला’’ के संबंध में वस्तु स्थिति इस प्रकार है कि भारत सरकार द्वारा उर्वरक वितरण की समय-समय पर समीक्षा करने हेतु उर्वरक पोर्टल प्रारंभ किया गया है। इस पोर्टल पर कृषकों द्वारा उर्वरक का क्रय किया जाता है, उसका इन्द्राज संबंधित कृषक के आधार नम्बर के साथ दर्ज किया जाता हैै। इस पोर्टल पर किसी भी कृषक द्वारा कहां-कहां से कितनी मात्रा में उर्वरक क्रय किया गया है। उसकी जानकारी उपलब्ध रहती है। इस पोर्टल में दर्ज उर्वरक की मात्रा के अनुसार देश के समस्त जिलों में अधिकतम यूरिया क्रय करने वाले 20 क्रेताओं की जाॅच करने हेतु निर्देश प्रसारित किये गये है। इस हेतु देश एवं प्रदेश के सभी जिलों में अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति बनाकर जाॅच की जा रही है।
इसी क्रम में सागर जिले में भी अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति का गठन कर 20 क्रेताओं की जाॅच प्रारंभ की गई है। इसी संदर्भ में एक दैनिक द्वारा प्रकाशित जानकारी जिसमें 1 हम्माल को 13500 टन (3 लाख बोरी) यूरिया, चैकीदार को 9000 टन (2 लाख बोरी) एवं ड्राईवर को 12825 टन (2 लाख 85 हजार बोरी) देना बताया गया है। उल्लेखनीय है कि सागर जिले में इस वर्ष खरीफ में मात्र 2810 टन (लगभग 62 हजार बोरी) यूरिया का वितरण ही सहकारिता एवं निजी दोनों क्षेत्र में मिलाकर किया गया है। अतः उपरोक्त व्यक्तियों को दर्शायी गई मात्रा काल्पनिक एवं तथ्यहीन है। उपरोक्त पोर्टल से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन विक्रेताओं के द्वारा कृषकों को अधिक मात्रा में यूरिया विक्रय किया गया था, उन सभी विक्रेताओं को उपसंचालक कृषि द्वारा दिनांक 07.08.2020 को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किये जा चुके है। उनका उत्तर प्राप्त होने के पश्चात् उर्वरक अधिनियम में प्रावधान अनुसार वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।

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