शाहगढ़ में हुई 3 साल की बच्ची के साथ जघन्य हत्या का सनसनीखेज खुलासा,परिचित ही निकला क़ातिल
सागर–/मामला दिनांक 26,7,2020 को थाना शाहगढ अंतर्गत स्थित हनुमान टोरा के पटैल परिवार की तीन वर्षीय बच्ची के घूमने और लासे के खेत में शव अधगड़ा मिलने का शाहगढ़ थाना पुलिस को बालिका की गुमशुदगी की सूचना प्राप्त हुई थी जिस पर से थाना शाहगढ में धारा 363ताहि का प्रकरण पंजीबद्ध कर तत्काल विवेचना प्रारंभ की गई, पुलिस ने बताया कि विवेचना में अपहृता नाबालिग बालिका की तलाश के दौरान लगभग 12.30 बजे पास के ही खेत में एक कम उम्र बालिका का शव एक पैर बाहर निकला आधा जमीन में गडा हुआ मिला हैं।
उक्त शव को परिवारजनों द्वारा शिनाख्त कराई गई जो पुष्टि हुई मामला बेहद संवेदनशील और जघन्य होने से पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस बण्डा, एफ.एस.एल. अधिकारी एवं डॉग स्कॉड मौके पर तत्परता से पहुंचे। घटना के अवलोकन से अज्ञात आरोपी द्वारा नाबालिग बालिका के साथ जघन्य अपराध घटित किया जाना सिद्ध हुआ। घटनास्थल का अवलोकन पुलिस महानिरीक्षक सागर जोन सागर और उप पुलिस महानिरीक्षक सागर रेंज, सागर, द्वारा उसी दिनांक को किया गया एवं तत्काल टीम बनाकर जाँच में लगाई गई और इनाम उद्घोषित करने के निर्देश प्रसारित किये गये। इन निर्देशों के पालन में पुलिस अधीक्षक सागर द्वारा अज्ञात आरोपी के संबंध में सूचना देने वाले व्यक्ति को 10,000 हजार रूपये का इनाम उद्घोषित किया गया। प्रकरण की जघन्यता एवं संवेदनशीलता को दृष्टिगत् रखते हुये पुलिस अधीक्षक सागर द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर प्रवीण भूरिया के मार्गदर्शन में एक विशेष विवेचना टीम गठित की गई जिसमें सागर जिले के संवेदनशील तथा विवेचना मे दक्षता रखने वाले उपनिरीक्षक, आरक्षक, एवं महिला पुलिस अधिकारी सम्मिलित किये गये।
पहले तीन दिन में पुलिस की विवेचना अधिक चुनौतीपूर्ण थी क्योंकि उक्त अवधि में शंका एवं विवेचना की दिशा कई संभावना को प्रदर्शित कर रहें थे। गठित विवेचना टीम सभी सदस्यों को पृथक पृथक उन संभावनाओं के सत्यापन परीक्षण एवं साक्ष्य संकलन हेतु निर्देशित किया गया। घटनास्थल के अवलोकन तथा क्षेत्रीय जन के सहयोग से संकलित आसूचना के माध्यम से यह जानकारी प्राप्त हुई कि घटना दिनांक को अपहृता मुहल्ले के एक युवक के आस-पास देखी गई थी, जो घटना दिनांक के एक दिन बाद अस्वाभाविक कारणों से अपने घर से गायब मिला उक्त सूचना के आधार पर संदेही राजाराम पिता हल्के पटैल आयु 22वर्ष की तलाश व पतासाजी करते हुये दस्तयाब किया गया, जिसने प्रारंभिक पूछतांछ में इंकार करने के उपरांत घटना स्वतः कारित किया जाना स्वीकार किया। उपरोक्त आरोपी को घटनास्थल पर ले जाकर घटना का रीक्रिएशन कराया गया व अपराध के जुडे अन्य भौतिक साक्ष्यों की आरोपी से जप्ती कराई गई। आरोपी द्वारा घटना में संलिप्त होने के स्पष्ट साक्ष्य प्राप्त होने व घटना का स्वरूप स्पष्ट होने के उपरांत दिनांक 30.7.2020 को आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
उपरोक्त जघन्य एवं संवेदनशील अपराध की विवेचना में थाना प्रभारी निरीक्षक राविन्द्र सिंह, उपनिरीक्षक अरविन्द्र सिंह, उपनिरीक्षक रोहित मिश्रा, उपनिरीक्षक दिव्यप्रकाश त्रिपाठी, उपनिरीक्षक देवराज सिंह परिहार, उपनिरीक्षक
कविता द्विवेदी, उपनिरीक्षक सी.एल. अहिरवार, उपनिरीक्षक मृत्युंजय गुप्ता, महिला थाना प्रभारी निरीक्षक संगीता सिंह, सहायक उप निरीक्षक के.पी. भट्ट, प्र.आर. 444 हरिनारायण, आरक्षक 373 सुन्दर सिंह यादव, आरक्षक 1495 शिवराज सिंह कुशवाहा, आर0 991 दिलीप गुर्जर, आर0 1415 महीपत, आर0 736 लक्ष्मीनारायण यादव, आर0 1225 संदीप सिंह राजावत, आर0 676 दशरथ कुमार, म0आर0 1554 अंगूरी रैकवार, म.आर. 1091 आंकाक्षा कटारे, आर. 311 गोविन्द सिंह यादव, आर. 476 राजकुमार, आरक्षक 1112 नरेन्द्रसिंह, आरक्षक सौरभ रैकबार, आरक्षक अमित शुक्ला का विशेष योगदान रहा। उपरोक्त घटना के संबंध में सर्वाधिक महत्वपूर्ण एवं उल्लेखनीय सूत्र पुलिस डॉग जेसी द्वारा प्रदाय किया गया।
जिसके द्वारा घटना की ट्रेकिंग में संदेही के निवास स्थान तक पहुंचकर विवेचना को स्पष्ट दिशा देने का कार्य किया
गया। इस हेतु उसे पृथक से पुरूस्कृत किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि उपरोक्त जघन्य एवं संवेदनशील अपराध नवागत पुलिस अधीक्षक के कार्यभार गृहण करने के दिन ही घटित हुई एवं इसे पुलिस अधीक्षक एवं सहयोगी पुलिस अधिकारियों द्वारा चुनौती के रूप में स्वीकार किया गया। पुलिस महानिरीक्षक महोदय एवं उप पुलिस महानिरीक्षक महोदय से प्राप्त सतत् पर्यवेक्षण में दिये गये निर्देशों को अनवरत परिश्रम के साथ कार्य करके पूर्ण किया गया। जिसके परिणामस्वरूप उक्त अंधे एवं चुनौतीपूर्ण बारदात का खुलासा हो सका।
गजेंद्र ठाकुर ✍️-9302303212