“को का के रओ” हम हैं सागरिये हम तो ऐसे ही चलेंगे
बिगड़ी ट्रैफिक/यातायात व्यवस्था पर हर कोई बात करना चाहता हैं और जहाँ जब मौका मिले न मिले अपनी बात घुसेड ही देता हैं पर क्या आपको नही लगता ट्रैफिक व्यवस्था का ज़िम्मा जितना पुलिस का हैं उतना हम शहरियों का भी हैं खामियां हर शहर में हैं पर कही कम कही अधिक ग्राफ़ ऊपर नीचे […]
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