राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम का उद्देश्य वायु प्रदूषण की रोकथाम, नियंत्रण और उसे कम करने के लिए बड़े पैमाने पर काम करना है. साथ ही पूरे देश में वायु की गुणवत्ता निगरानी को बेहतर बनाया जायेगा और वायु प्रदूषण के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना भी कार्यक्रम का हिस्सा है,इस कार्यक्रम के तहत वर्ष 2024 तक हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 प्रदूषकों के स्तर में 20 से 30 प्रतिशत तक की कमी लाने का लक्ष्य रखा गया है
सागर(मप्र)–/जिसके तहत लगातार प्रयास किये जा रहें हैं, मप्र के सागर में भी नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के चलते क्षेत्रीय कार्यालय म.प्र.प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सागर के सभाकक्ष में दिनांक 19.02.2020 को कार्यशाला आयोजित की गई, जिसके तहत् डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के एम.एस.सी. बॉटनी के छात्र समूह को कार्यालय के वैज्ञानिक संजय जैन, द्वारा पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के अन्तर्गत आने वाले नियमों के संबंध में व्यापक जानकारी प्रदान की गई, साथ ही छात्रों को वायु प्रदूषण नियंत्रण हेतु किये जाने वाले उपायों संबंधी जानकारी से अवगत् कराया गया।
इस दौरान कार्यालय की प्रयोगशाला एवं कार्यालय परिसर में स्थापित कन्टीन्यूएस एम्बिएंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन के बारे में जानकारी प्रदान की गई तथा छात्रों को समीर एप एवं envalert app के माध्यम से सागर शहर की वायु गुणवत्ता सूचकांक जानने हेतु जानकारी प्रदान की गई।
ख़बर का असर के लिए गजेंद्र ठाकुर की रिपोर्ट-9302303212