मिलावट और जमाखोरी रोकने के लिए “शुद्ध के लिए युद्ध” अभियान उपभोक्ता संरक्षण के क्षेत्र में मील का पत्थर हो रहा हैं साबित
राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर सामाजिक संस्था सचेत ने की परिचर्चा एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
सागर–/राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के अवसर पर सामाजिक संस्था सचेत (पंजीकृत) द्वारा परिचर्चा का आयोजन कर जागरुकता का प्रसार किया गया, सिविल लाइंस स्थित संस्था के कार्यालय में आयोजित परिचर्चा में उपभोक्ता अधिकारों एवं इनके संबंध में जन जागरूकता के साथ-साथ उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के प्रावधानों तथा शासन द्वारा उपभोक्ता संरक्षण एवं जागरूकता के क्षेत्र में किए जाने वाले प्रयासों पर भी चर्चा की गई।
सचेत के अध्यक्ष डॉ संदीप सबलोक ने परिचर्चा को संबोधित करते हुए कहा कि बढ़ती उपभोक्ता संस्कृति तथा पूंजीवाद के इस युग में मनुष्य ही मनुष्य के उपभोक्ता अधिकारों का हनन एवं शोषण कर रहा है। आम उपभोक्ता को इस शोषण से बचाने के लिए ही 24 दिसंबर 1986 को तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी जी ने देश में उपभोक्ता कानून की स्थापना की थी। इस कानून के द्वारा आम उपभोक्ता को मिलावट जमाखोरी कालाबाजारी मिथ्या प्रचार कम माप तोल आदि से बचाव के लिए कानूनी संरक्षण दिया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा शुरू किया गया शुद्ध के लिए युद्ध अभियान उपभोक्ता संरक्षण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो रहा है। इस अभियान के द्वारा मिलावट और जमाखोरी को रोक कर माफिया तंत्र पर नकेल कसने से प्रदेश में उपभोक्ता कानून तथा उपभोक्ता आंदोलन मजबूत हो रहा है। उन्होंने सागर जिला कलेक्टर तथा नगर निगम आयुक्त द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए शुरू किए गए अभियान की सराहना करते हुए इस अभियान को उपभोक्ता स्वास्थ्य से जोड़ते हुए खाद्य पदार्थों में प्लास्टिक एवं पॉलिथीन का उपयोग मानव जीवन के लिए बेहद घातक बताया।
परिचर्चा में डॉ अशोक पन्या उमाकांत स्वर्णकार डॉ स्वदीप श्रीवास्तव डॉ भरत शुक्ला डॉ संतोष उपाध्याय डॉ अंकुर गौतम देवकृष्ण नामदेव सुनील प्रजापति राकेश कोटिया डॉ अर्चना यादव रश्मि दुबे डॉ शिखा चौबे दो रश्मि यादव आदि ने भी भाग लेकर उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों पर चर्चा करते हुए ऑनलाइन मार्केटिंग के द्वारा उपभोक्ता क्षेत्र में हो रही ठगी से बचने की विभिन्न उपायों पर भी चर्चा की। सचिव संस्था की प्रेरणा से शासकीय महाविद्यालय बांदरी में अर्थशास्त्र विषय के सहायक प्राध्यापक डॉ प्रमेश गौतम द्वारा भी छात्र-छात्राओं के बीच उपभोक्ता संरक्षण एवं जागरूकता का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में हिंदी के सहायक प्राध्यापक डॉ मिथिलेश चौबे समेत विभिन्न शैक्षणिक स्टाफ उपस्थित रहा।
गजेंद्र सिंह की रिपोर्ट-9302303212 (वाट्सअप)