मप्र के DGP ने पहली ही बैठक में अवैध शराब पर सख़्ती से कार्यवाही की बात कही थी..नही दिख रहा असर..
अवैध शराब के कारोबार की जड़े युवा पीढ़ी को बर्बादी के रास्ते पर धकेल रही हैं जहाँ एक और सुगमता से गली-गली ढाबों ढाबों पर उपलब्ध होने वाली अवैध शराब तो वहीं दूसरी ओर नाबालिक बच्चों को इस गोरखधंधे में लगाने का मामला
बात करते हैं मप्र के सागर जिले की जहाँ शहर की बात जाएं..तो कहने को तो यह स्मार्ट सिटी में शुमार हैं लेकिन जोरो पर यहाँ अवैध शराब का करोबार हो रहा हैं
शहर का मुख्य थाना क्षेत्र मोतीनगर जहाँ ऐसी कोई भी गली चौराहा और कुछ ढ़ाबे नही जो अवैध शराब की जद में न हो…नाबालिगों से भी बिक़वाई जा रही हैं शराब…चर्चा हैं कि पुलिस की मिली भक्त भी हैं वैसे बता दें अवैध शराब के कारण यहां गैंगवार भी हो चुकी हैं पर लगाम अब तक नही लग पा रही..
कोतवाली क्षेत्र… यहां अमूमन स्थिति ख़ासी बिगड़ी नही हैं समय समय पर अवैध शराब को लेकर सख्त कार्यवाहियां होते देखी जाती रही हैं कुछ एक दो जगह पर बिक्री की ख़बर जरूर हैं पर पुख्ता सूत्र उपलब्ध नही हो पाएं हैं..
थाना केंट क्षेत्र में भी यह धंदा काफी फलफूल रहा हैं चाहे सदर के मुहाल हो या भेसा पहाड़ी..रस्ते-रस्ते जोरों पर बिक रही हैं अवैध शराब लोगों का कहना हैं पुलिस मूकदर्शक बनी हैं…
गोपालगंज क्षेत्र में भी आये दिन अवैध शराब पर छुटपुट कार्यवाहियां देखने मिल जाती है जिससे अंदाज़ा लगाया जा सकता हैं कि इस क्षेत्र में बड़ी मात्रा में भी अवैध शराब का कारोबार चल रहा हैं… बताया जा रहा हैं थाने के इर्दगिर्द ही शराब सुगमता से मिल जाती हैं फिर कुछ दूर झंडा चोक पर भी बिक्री जारी हैं औऱ बस स्टेंड पर रात दिन की सेवा सुचारू हैं…
सिविल लाइन क्षेत्र की बात की जाएं तो यहां भी समय समय पर जानकारियां निकल कर आती रही हैं अवैध शराब बिक्री की पर कार्यवाहियां भी लगातार सुनने पढ़ने मिल जाती हैं…..
मकरोनिया क्षेत्र अवैध कारोबार का उपनगर बन गया हैं इस क्षेत्र में कई तरह के अवैध कार्यो की सुर्खियां सबने सुनी/पढ़ी होंगी…बताया जाता हैं यहां अवैध शराब का जाल बिछ चुका हैं, कुछ दिन पहले जब पुलिस ने एक किराने की दुकान से अवैध शराब पकड़ी तो अंदाजा लगाया जा सकता हैं शराब को लेकर इस क्षेत्र के क्या हाल होंगे..
बात करते हैं बहेरिया क्षेत्र की सूत्र बताते हैं यहाँ हाईवे से सटे ढाबों पर रात भर अवैध शराब परोशी जा रही हैं साथ ही कुछ ढाबो के ऊजर वाले माले पर बैठ कर पीने की उत्तम व्यवस्था के चलतें केबिन बने हैं सायद रसूखदारों के कारण पुलिस यहां आँखे मूंदे बैठी हो…वैसे समय समय पर ओपचारिक कार्यवाहियां होती रही हैं पर कोई भी बड़ी व ठोस कार्यवाही अब तक सामने नही आई जिसके कारण इस गोरखधंधे पर लगाम लग सके…
बाहरहाल आबकारी और पुलिस इस मामलें को जानबूझकर अनदेखा कर रही हैं कि जानकारी का अभाव यह तो वही बता सकते हैं पर इस गोरखधंधे में अवैध कारोबारी तो फलफूल रहें हैं पर लोगों का बुरा हाल हैं बच्चों का जीवन गर्त में जा रहा हैं युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही हैं… शासन प्रशासन को वक्त रहते इस गंभीर विषय पर ठोस कदम उठाने चाहिए और अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश लगाना चाहिए..
गजेंद्र ठाकुर की खास रिपोर्ट
ख़बर का असर.कॉम