पुलिस के इस कदम से लोगों में बड़ी सुरक्षा की भावना||विभाग की फ्रंट लाइन सिद्ध हो रही ये योजना-पढ़ें

आज मप्र का जनमानस इस योजना से बखूबी बाकिफ हैं साथ ही पुलिस विभाग की फ्रंट लाइन सिद्ध होते दिख रही हैं ये योजना जनता का सुरक्षा कवच बनीं डायल-100 सेवा, मध्यप्रदेश शासन की एक अत्यंत महत्वपूर्ण अभिनव पुलिस आपातकालीन रिस्पांस सेवा योजना सिद्ध हो रही डायल 100 सेवा..आम जनमानस में चर्चा हैं कि डायल-100 सेवा पुलिसिंग का सबसे क्रांतिकारी कदम है, इससे न सिर्फ पुलिस की दक्षता में वृद्धि हुई है अपितु जनता को बेहतर पुलिस सेवा मिल रही है, जनता के मन मे सुरक्षा की भावना बड़ी और इस सेवा से मध्यप्रदेश पुलिस की देश भर में सराहना हों रही हैं

मप्र–/डायल-100 सेवा के 1000 FRV वाहन तथा 150 FRV मोटरबाईक्स प्रदेश भर में चौबीसों घण्टे हैं तैनात 01 नवम्बर 2015 से मध्यप्रदेश पुलिस की इस इस महत्वाकांक्षी ʺडायल-100ʺ सेवा का शुभारम्भ किया गया, तब से लेकर अभी तक विभिन्न प्रकार की सूचनाओं पर डायल-100 वाहन व्दारा 61 लाख स्थानों पर पहुँचकर पीड़ितों को मदद पहुँचाई है । डायल 100 सेवा से प्रदेश में मारपीट, छेड़़छाड़, चोरी, लूट इत्यादि अपराधों में कमी आयी है, डायल-100 सेवा के 1000 FRV वाहन तथा 150 FRV मोटर बाईक्स की तैनाती से सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस की (Presence and Visibility) उपस्थिति एवं उपलब्धता बढ़ी है जिससे जनता में सुरक्षा की भावना पैदा हुई है । डायल 100 वाहन प्रतिमाह लगभग 30 लाख किमी गश्त भी दिन एवं रात्रि में करती है । दिन की गश्त प्रायः बालिका विद्यालयों, सुनसान गलियों, भीड़ भरे बाजारों, बैंकों आदि के आसपास की जाती है एवं रात्रिगश्त के दौरान राजमार्गों पर भी गश्त की जाती है। जिससे राजमार्गों पर लूट, ट्रक लूटने की घटनाओं में कमी आई है । डायल 100 योजना लागू होने के बाद अपराधों में 17 प्रतिशत तक की कमी आई है ।
डायल 100 सेवा के प्रारंभ होने से FRV बेस प्वाईंट के आसपास साधारण अपराधों जैसे छेड़छाड़, मारपीट, गाली-गलौच, शराब पीकर उत्पात आदि में गिरावट आई है। समय पर पुलिस पहुंच जाने से तमाम घटनायें साधारण स्तर से गंभीर स्तर तक नहीं जा पाती है और प्राथमिक स्तर पर ही रोकथाम हो जाती है । FRV एक तरह से चलित थानों का कार्य कर रही है । अच्छे और समुचित संसाधन होने से पुलिस स्टाफ में भी आत्मविश्वास बढ़ा है और उनके आचरण, व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन आया है। वे स्वयं प्रेरणा से जनता की सहायता एवं सेवा उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। कई कर्मचारियों ने कर्तव्य के सामान्य दायरे से परे जाकर अपनी जान परवाह किये बिना भी सैकड़ों पीड़ितों की जान बचाई है और हथियारबंद और हिंसक अपराधियों को पकड़ा है

वर्ष 2018 में डायल-100 द्वारा 21.84 लाख पीड़ितों को पहुँचाई पुलिस सहायता डायल-100 द्वारा अब तक विभिन्न प्रकार की सूचनाओं पर त्वरित कार्यवाही की जाकर लाखों लोगों की मदद की जा चुकी है जिसकी संक्षिप्त जानकारी निम्नानुसार है 2018 में 21.84 लाख पीड़ितों एवं जरूरतमंदों को पुलिस सहायता प्रदान की गई है । अभी तक 61 लाख से भी अधिक लोगों को मदद पहुँचाई गई
2018 में 180 डायल 100 द्वारा नवजात शिशुओं को बचाया गया है अभी तक कुल 517 परित्यक्त शिशुओं को अस्पताल पहुंचाया गया । 2018 में डायल 100 द्वारा 4081 गुम बच्चों को उनके माता – पिता / पालकों के पास पहुंचाया गया है । सेवा प्रारम्भ होने से लेकर अभी तक 8368 भटके बच्चों को अभिभावकों तक पहुंचाया गया है ।
2018 में 127129 स्थानों पर डायल-100 वाहन ने दुर्घटनास्थलों पर पहुँचकर संकटग्रस्त लोगों की मदद की तथा सड़क दुर्घटना स्थलों पर पहुंचकर डायल 100 द्वारा घायलों को अस्पताल पहुचाया गया तथा सैकड़ों प्रकरणों में इस कारण होने वाली कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित नहीं होने दी । सेवा प्रारम्भ होने से लेकर अभी तक 389634 दुर्घटना में घायलों की मदद की गई है,
2018 में 21472 डायल 100 व्दारा अवसादग्रस्त महिला एवं पुरूषों को आत्महत्या से रोका गया अब तक लगभग 25 हजार लोगों को समय पर अस्पताल पहुंचाकर / काउंसिलिंग कर उनका जीवन बचाया गया । तथा हजारों वरिष्ठ नागरिकों को सहायता पहुंचायी गई । सेवा प्रारम्भ होने से लेकर अभी तक कुल 48985 वरिष्ठ नागरिकों की मदद की जा चुकी है
डायल 100 सेवा ने महिलाओं व बालिकाओं का सशक्तिकरण किया है। 2018 में 2.44 लाख महिलाओं को आपातकालीन मदद भी पहुंचायी गई है । अभी तक 6.69 लाख महिलाओं की मदद की गई है ।
नोट-यह आंकड़े विभाग द्वारा जारी किए गए हैं

गजेंद्र ठाकुर✍️

9302303212

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