प्रधानमंत्री आवास योजना के 11 हितग्राहियों को छोटे छोटे बच्चों के साथ खुले आसमान के नीचे करना पड़ रहा है जीवन यापन
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के न्यायालय ने स्थगन आदेश किया किया
सागर, देवरी कला–/अंबेडकर वार्ड और बाजार वार्ड में कई सालों से झुग्गी झोपड़ी बनाकर रह रहे 11 पट्टेदार परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत होने के बाद दोहरी परेशानी झेलना पड़ रहा है, हितग्राहियों ने अपने पुराने झुग्गी झोपड़ी तोड़ लिए हैं और नया निर्माण कार्य शुरू करते ही अनुभागीय अधिकारी राजस्व के न्यायालय द्वारा परी शांति भंग होने की संभावना को देखते हुए यथास्थिति बनाने हेतु स्थगन आदेश जारी किया है।
आदेश के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना की कुटी रोका निर्माण कार्य पुलिस ने बंद करवा दिया है जिससे इन हितग्राहियों को खुले आसमान के नीचे जीवन यापन करना पड़ रहा है,
झुग्गी झोपड़ी टूट जाने के बाद इन परिवारों पर मानसूनी बारिश के कारण जीवन यापन करना मुश्किल भरा हो गया है। हितग्राहियों का घर गृहस्थी का सारा सामान बारिश में खराब हो रहा है अधिकांश परिवार त्रिपाल खींच कर खुले मैदान में मासूम बच्चों के साथ गुजर बसर कर रहे हैं,
क्या है मामला:- नगर के अंबेडकर और बाजार वार्ड मैं सड़क के दोनों किनारों पर संख्या में लोगों ने झोपड़ी और कच्चे मकान बना लिए हैं और कई सालों से जीवन यापन कर रहे हैं। शासन ने 1998 में राजीव आश्रय योजना के तहत पट्टे वितरण भी कर दिए थे। अब इन पट्टे धारियों को नगर पालिका क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास निर्माण स्वीकृत हुआ है। जिसकी प्रथम किस्त मिलने के बाद राजाराम प्रजापति हरभजन साहू पहलाद नामदेव सोना बी मुलायम रैकवार खिलान ठाकुर झब्बू साहू हल्लू रैकवार मिट्ठू साहू रवि शंकर पाराशर आधी 11 हितग्राहियों ने अपने अपने पुराने कच्चे घरों को तोड़कर नया निर्माण कार्य आरंभ कर दिया था इसी दौरान भगवान दास प्रकाश रानी भाग सिंह तुलसा बाई बलराम सिंह आदि अंबेडकर वार्ड निवासी ने पटवारी हल्का नंबर 71 के खसरा नंबर 601 के 1 से 8 नंबर एवं 214/1 के रकबा पर अपना आधिपत्य जताते हुए ।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व देवरी के न्यायालय में परीशांति भंग होने की आशंका जताते हुए 11 लोगों को अवैध कब्जाधारी ठहराया है।
न्यायालय ने 11 लोगों को नोटिस जारी कर यथास्थिति बनाए रखने हेतु स्थगन आदेश जारी करते हुए 29 जून को सभी पक्षों को अपने अभिलेख एवं कथन के लिए बुलाया है।
वही मानसूनी बारिश ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है ऐसे में प्रधानमंत्री आवास योजना के 11 हितग्राही परिवारों को आसमान के नीचे अपना गुजर बसर करना पड़ेगा। क्योंकि 10 परिवारों के कच्चे झुग्गी झोपड़ी नुमा घर टूट चुके हैं नए निर्माण के लिए मटेरियल लोहा सीमेंट रेत खुले मैदान में पड़ा है जो बारिश में बर्बाद होने की आशंका है। अधिकांश परिवारों पानी त्रिपाल बांध कर अपने बच्चों के साथ अंधकार में दिन और रात गुजारना पड़ रही हैं,अंबेडकर वार्ड निवासी हरभजन साहू, हललू रैकवार कहना है की सभी प्रभावित परिवारों को शासन 1998 में राजीव आश्रय योजना के तहत पट्टे दिए थे और सभी परिवार कई सालों से यहां रह रहे हैं। अब कोर्ट के स्टे के बाद सभी परिवारों को इस बारिश के मौसम में खुले आसमान के नीचे जीवन यापन करने के लिए मजबूर होना पड़ गया है क्योंकि उनके मकान टूट चुके हैं।
खबर का असर न्यूज नेटवर्क
राकेश यादव की रिपोर्ट