महिलाओं को लेकर एक दूसरी तस्वीर भी है,
आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर राजधानी भोपाल में महिला सम्मेलन में शिरकत करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि हमने बचपन से देखा है कि बेटा हो तो सब खुश पर कन्या का जन्म हो तो उसकी माँ से लेकर पूरा परिवार कुटुम दुखी हो जाता है, हमें इस सोच को बदलना होगा,
उन्होंने कहा मप्र में जन्म लेने वाली हर बेटी आज लखपति है, हमने स्थानीय निकाय चुनाव में बहनों को 50 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की हैं आज मुझे गर्व है कि निकायों में 56 प्रतिशत महिलाएं प्रतिनिधित्व कर रही .
महिलाओं के लिए घोषणा करते हुए CM ने कहा कि मध्यप्रदेश में महिला कोष की स्थापना की जायेगी और अविवाहित बहनों को 50 साल की उम्र की होने पर पेंशन की सुविधा प्रदान की जायेगी वही गर्भवती श्रमिक महिलाओं को पोषण आहार के लिए 4 हजार रुपए अलग से दिए जाएंगे साथ ही प्रसव के बाद प्रसूता के खाते में 12,500 रुपए जमा कराये जाएगें
हाई कोर्ट में 30% महिलाएं शासकीय अधिवक्ता के रूप में रहें इस ओर भी हम प्रयास कर रहे हैं हम लोग,कार्यक्रम में महिलाओं एवं बच्चों के लिए उत्कृष्ठ कार्य करने वाले व्यक्तियों को पुरस्कृत किया गया लाड़ो अभियान के अन्तर्गत 100 से अधिक बाल-विवाह रूकवाने के लिये मंदसौर के राघवेन्द्र पुरोहित , लाड़ो अभियान के अन्तर्गत स्वयं के बाल-विवाह को रोकने के लिये हरदा की अनिता विश्वकर्मा, जबलपुर की प्रख्यात बाल गायिका और लाड़ो अभियान की ब्रांड एम्बेसेडर इशिता विश्वकर्मा को सम्मानित किया गया वहीं लिंगानुपात में सुधार के लिये बुरहानपुर जिले को एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया इसके साथ ही भोपाल की सुश्री पूनम श्रोती को मुख्यमंत्री नारी सुरक्षा सम्मान प्रदान किया गया
कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने की वही राज्य मंत्री ललिता यादव कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि रही !