जाटों की ओर से सोमवार को दिल्ली कूच को देखते हुए खट्टर सरकार ने हरियाणा में हाई अलर्ट कर दिया है. संवेदनशील जिलों में सेना बुला ली गई है.
सरकार ने सख्त हिदायत दी है कि रेल-रोड बाधित न हो. वहीं हुड़दंग मचाने वालों से सरकार सख्ती से निपटेगी. हिसार, रोहतक, जींद, झज्जर पानीपत, सोनीपत, कैथल और करनाल में धारा-144 लगा दी गई है.
कई जिलों में इंटनेट सेवा बंद कर दी गई है. इन जिलों में हिसार, चरखी दादरी, रोहतक, झज्जर, भिवानी, कैथल, जींद और सोनीपत हैं. वैसे जिला प्रशासन ने अभी इसका औपचारिक आदेश जारी नहीं किया है.
गृह सचिव रामनिवास ने बताया कि कानून-व्यवस्था के लिए प्रदेश में पैरामिलेट्री की 125 कंपनी तैनात हैं. किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सेना से भी मदद मांगी है. सैन्य अफसर तय करेंगे कि कितनी टुकड़ियां तैनात होंगी. किसी को भी कानून तोड़ने की इजाजत नहीं है. ऐसा करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी.
जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक का कहना है कि जाट अब हरियाणा सरकार से बात नहीं करेंगे. मुझे मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर भरोसा नहीं. वार्ता में केंद्रीय मंत्रियों को शामिल करने पर ही बात होगी. प्रदेश सरकार राजनीति कर रही है. इसमें समाज के भी कुछ लोग शामिल हैं.